चैन्नई । शसुन जैन महाविद्यालय में जैन विद्या विभाग के शोध प्रमुख साहित्यकार डॉ. दिलीप धींग ने कहा कि व्यसनमुक्त जीवनशैली को अनुशासित, परिवार को सुखी, समाज को समर्थ और देश को शक्तिशाली बनाती है । रविवार को श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन संस्कार मंच के तत्वाधान में मिंन स्ट्रीट स्थित जैन स्थानक भवन में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. धींग ने खुशियों का उपवन, व्यसनमुक्त जीवन विषय पर व्याख्यान दिया और कहा कि जैन समाज की सम्पन्नता की एक वजह व्यसनमुक्त जीवनशैली है । आज अनेक व्यक्ति और समुदाय व्यसनमुक्त बनकर सुखी और सफल जीवन की राह चुन रहे है । डॉ. धींग ने कहा कि युवा पीढ़ी व्यसनों की गिरफ्तमें आ जाती है तो परिवार बिखर जाते है समाज कमजोर हो जाता है । रचनात्मक बने रहने के लिए मासांहार, मदिरापान, दुराचार, जुआ, चोरी जैसे व्यसनों का परित्याग कर देना चाहिए । तनावमुक्ति के लिए भी व्यसनमुक्ति जरूरी है । डॉ. धींग ने राजस्थानी भाषा में दारू के नुकसान के छंद सुनाकर सभा में काव्य रस घोल दिया ।
युवा स्वाध्यायी प्र्रणत धींग ने कवि डॉ. धींग की कविता दगा किसी का सगा नहीं, सुनाकर सबका दिल जीता । सामूहिक सामयिक कार्यक्रम चेयरमेन देवेन्द्र बोताला ने बताया कि पिछले २३ वर्षो से युवावर्ग साप्ताहित सामयिक की आराधना कर रहे है । मंच अध्यक्ष तारेश बेताला ने बतायाकि पिछले १८ षर्षो से मंच के तत्वाधान में ३६५ दिन अन्नदान हो रहा है । मंत्री दिनेश नाहर ने बताया कि मंच की ओर से हर शनिवार जीवदया हर अमावस कबूतर आदि पक्षियों को दाना चुग्गा दिया जाता है । मांगीलाल भूरा ने बताया कि अंतिम रविवार नवकार जाप और हर रविवार प्रतिक्रमण होता है । दिलीप गादिया ने विहार सेवा की जानकारी दी । कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष प्रवीण नाहर, गौतम लोढ़ा, भरत नाहर सहित बड़ी संख्या में युवा श्रावक श्राविकाओं ने भाग लिया । महिला शाखा की मंत्री शीतला बेताला ने आभार व्यक्त किया।