खुशियों की दास्तां – पहले हमें 10 किलोमीटर दूर राशन लेने जाना पड़ता था

अब शासन की योजना से घर बैठे मिल रहा है

रतलाम 28 मार्च 2023। मुख्यमंत्री राशन आपके द्वार योजना रतलाम जिले के आदिवासी ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हुई है। जिले के आदिवासी बाहुल्य बाजना विकासखंड के ग्राम चपलीखेड़ा के खातूसिंह कहते हैं कि हमारे गांव में राशन की दुकान नहीं होने के कारण पूर्व में हमें राशन लेने के लिए 10 किलोमीटर दूर ग्राम संदला जाना पड़ता था जहां पर हमारी राशन की दुकान थी परंतु मुख्यमंत्री राशन आपके द्वार योजना ने हमारी परेशानी दूर कर दी है। अब इस योजना की बदौलत हमें घर बैठे राशन मिल रहा है। गेहूं चावल लेकर लेकर वाहन हमारे गांव में आता है, राशनकार्ड धारकों को खाद्यान्न वितरित करता है।
चपलीखेड़ा में राशन लेकर आने वाले वाहन चालक जालूसिंह बताते हैं कि वह 25 से ज्यादा गांवो में प्रतिमाह राशन पहुंचा रहे हैं जहां उचित मूल्य दुकान नहीं है। योजना की बदौलत दुकानविहीन गांवों के आदिवासी ग्रामीणों की परेशानी खत्म हो गई है, उनको अब अपने घर पर ही खाद्यान्न मिल जाता है जिसके लिए वे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का हृदय से आभार व्यक्त करहैं।
जालूसिंह ने बताया कि जब वे राशन लेकर गांव में पहुंचते हैं तो गांव वालों की खुशी देखते ही बनती है। पहले इन गांव वालों को कई किलोमीटर दूर चलकर अपनी उचित मूल्य दुकान पर पहुंचना होता था जिसमें कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था लेकिन अब गांव वाले खुश हैं। शासन की योजना ने घर पर ही राशन उपलब्ध करा दिया है। बाजना क्षेत्र में जालूसिंह अपने निर्धारित एरिया के राजापुरा, डूंगरी पाड़ा, खादन, डुंडी पाड़ा जैसे कई गांव में नियमित रूप से अपने वाहन द्वारा राशन पहुंचा रहे हैं। जालूसिंह के अलावा और 10 वाहन बाजना विकासखंड में राशन वितरण का कार्य कर रहे हैं। जिले के आदिवासी बाहुल्य सैलाना, बाजना विकास खंडो में अभी कुल 20 वाहनों आदिवासी ग्रामीणों की सेवा मे राशन पहुंचाने का काम कर रहे हैं।