रोटी की लड़ाई

कविता- प्रो.डी.के. शर्मा
47,देवप्रभा, राजपूत बोर्डिंग कॉलोनी रतलाम(म.प्र.)
सम्पर्क-7999499980

रोटी भी क्या बनाई
बनाने वाले ने?
रोटी के अनेक रूप हैं,
अलग अलग देश में
अलग अलग तरह की
रोटी खाई जाती है।
उद्देश्य एक ही है
पेट भरना, भूख मिटाना।
रोटी की लड़ाई
अनन्त काल से
चली आ रही है,
इन्सान इन्सान में
जानवरो जानवरो के बीच,
इन्सान और जानवरों के बीच
अनादि काल से होती आ रही है
यह लड़ाई।
चिड़िया चिड़िया,
गिलहरी गिलहरी भी लड़ती हैं
खाने के लिए,
भूख मिटाने के लिए।
जब रोटी नहीं बनी थी
तब इन्सान जानवरों को
खाता था।
अब रोटी और जानवर
दोनो को खाता है।
सच में
इन्सान की भूख का अन्त नहीं।