नशा शारीरिक, मानसिक, आर्थिक एवं सामाजिक बुराईयों का मूल है- राष्ट्रसंत श्री कमलमुनिजी महाराज
उज्जैन । म.प्र.रा.वि. से. प्रा. जबलपुर के निर्देशानुसार एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष श्री आर.के. वाणी साहब के मार्गदर्शन में केंद्रीय जेल भैरवगढ़, उज्जैन में स्वर्णिम भारत मंच के सहयोग से जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री चन्द्रेश मण्डलोई द्वारा विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर एवं का आयोजन किया गया। राष्ट्रसंत श्री कमलमुनिजी महाराज द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि विचारों से इंसान का भी निर्माण होता है और शैतान का भी। मैं यहां प्रवचन देने नहीं आया हूं। प्रेम से काले नाग को भी वश में किया जा सकता है और प्रेम से भगवान भी वश में हो जाते हैं। उन्होंने कैदियों को कैदी बंधुओं एवं कारागार को सुधार गृह कहकर संबोधित किया। जो व्यक्ति अपनी कमियों को स्वीकार कर लेता है वो भगवान के घर ईमानदार हो जाता है। बददुआएं इंसान को खाक में मिला देती है और दुवाएं इंसान को गुलजार बना देती है। “नशा शारीरिक, मानसिक, आर्थिक एवं सामाजिक बुराईयों का मूल है”। नशा परिवार का भी नाश करता है। नशे से बुराईयां फैलती है। जो बीड़ी, सिगरेट का व्यसन करता है उसके पास बैठा व्यक्ति धुएं से बहुत प्रभावित होता है। तो फिर नशा करने वाले को कितना नुकसान पहुंचाएगा। महाराजजी द्वारा ऐसे ही ज्ञान के मोतियों से उन्होंने उपस्थित बंदी भाईयों सहित गणमान्य को प्रथप्रदर्शित एवं मागदर्शित किया।
जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री चन्द्रेश मण्डलोई द्वारा उपस्थित कैदी बंधुओं को बताया गया कि धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। यह जानते हुए भी लोगों के लिए इस लत से छुटकारा पाना मुश्किल होता है। धूम्रपान से फेफड़े खराब होते ही हैं, लेकिन यह दिमागी सेहत को भी खराब कर सकता है। हाल में हुए शोध में खुलासा हुआ है कि बीड़ी या सिगरेट पीना मानसिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का कारण बन सकता है। अपने आसपास होने वाली विभिन्न घटनाओं/ अपराधों के प्रति सजग व जागरुक रहें और अपराधों के खिलाफ अपनी आवाज उठायें। तभी हम एक अच्छे सभ्य समाज की संकल्पना कर सकते हैं यदि समाज में जागरुकता नहीं होगी तो अपराध व्याप्त होंगे।
जेल अधीक्षक श्री मनोज साहू द्वारा कहा गया कि समाज का मार्गदर्शन करना सभी का दायित्व है व पुनित कार्य है। इसमें सभी का सहयोग होना अतिआवश्यक है। महाराजजी द्वारा दिये जा रहे अनमोल वचनों को अधिक से अधिक आत्मसात करने के संबंध में सभी कैदी बंधुओं को कहा। इस अवसर पर जेल अधीक्षक ने कैदियों के लिए महाराजजी के सामने वॉटर कूलर लगवाने का अनुरोध किया. जिस पर पार्षद परमानंद मालवीय ने वॉटर कूलर जेल प्रशासन को निःशुल्क भेंट करने के लिए सहमति प्रदान की है।
इस अवसर पर डिप्टी जेलर श्री जे.एस. डामारे, सहा. जेलर श्री प्रवीण मालवीय, सहा. जेलर श्री सुरेश गोयल एवं जेल स्टॉफ, पार्षद श्री परमानंद मालवीय, श्री आशीष अष्ठाना, स्वर्णिम भारत मंच के अध्यक्ष श्री दिनेश श्रीवास्तव, श्री अभय नरवरिया, श्री अतुल सक्सेना, जैन समाज के पदाधिकारीगण एवं काफी संख्या में कैदी भाई उपस्थित रहे।