जावरा (अभय सुराणा) । किसी भवन का निर्माण व्यक्ति या परिवार को सुख पहुंचा सकता है किंतु जो किसी तीर्थ के निर्माण की ओर अग्रसर होता है तो वह पूरे समाज और समाज जन को जन्म जन्मांतर तक सुख पहुंचाता है । तीर्थ का निर्माण करने वाले और उस निर्माण के साक्षी तथा सहभागी होने वाले बड़े ही सौभाग्यशाली होते हैं। जावरावासी परम सौभाग्यशाली है कि उन्होंने अहिंसा तीर्थ के निर्माण की आधारशिला रखी । यह बात आचार्य श्री प्रमुख सागर जी महाराज ने श्री सहस्त्र फणी पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर चैत्य वृक्ष ध्यान मंदिर अहिंसा तीर्थ के शिलान्यास समारोह के अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए कही । आचार्य श्री ने कहा कि आज का दिन जावरा के इतिहास में याद रखा जाएगा आज ही के दिन जहां तीर्थंकरों के जन्मभूमि शाश्वत तीर्थ अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम राम के मंदिर एवं जावरा में अहिंसा तीर्थ तीर्थ के निर्माण की आधारशिला रखी गई।
प्रात: काल से ही समाज जन में काफी उत्साह देखा गया और भक्तों के साथ आचार्य श्री ने मांगलिक भवन से विहार कर अहिंसा तीर्थ निर्माण स्थल संत सागर पर पहुंचे । पंडित श्री विजय कुमार जी गांधी मंदसौर तथा अरविंद जी जैन मंदसौर के मार्ग दर्शन में यज्ञ एवं विधान के धार्मिक अनुष्ठान महावीर अरुणा मादावत एवं जितेंद्र सरिता कोठारी के के द्वारा संपन्न किए गए । इस अवसर पर *मुख्य अतिथि के रुप में श्री के.के. सिंह कालूखेड़ा उपस्थित रहे। क्षैत्रीय सांसद श्री सुधीर गुप्ता ने भी पहुंच कर आचार्य श्री का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर आयोजित धर्म सभा में के.के. सिंह कालूखेड़ा का स्वागत ट्रस्ट के अध्यक्ष महावीर मादा वत उपाध्यक्ष पुखराज सेठी महामंत्री विजय औरा, कोषाध्यक्ष हिम्मत गंगवाल समाज के अध्यक्ष पवन कलशधर, पवन पाटनी, रितेश जैन आदि ने किया । धार्मिक क्रियाएं संपन्न कराने वाले पंडित जी का सम्मान नरेंद्र गोधा, संजय दोशी, राजकुमार औरा, पुष्पदंत जैन, कांतिलाल कियावत, राजेश भाचावत, जितेंद्र कोठारी, अजय दोषी आदि ने किया । समारोह में अनिल कोठारी, आशीष कलशधर, मोहित गोधा, अनिल काला, अनिल कियावत, अनिल ओरा, दिनेश जैन, अनिल सेठ, शैलेन्द्र जैन, राजेश कीयावत आदि समाज जन उपस्थित थे। समाज के युवक-युवतियों ने भी काफी सक्रियता से भाग लिया । आभार प्रदर्शन अंतिम कियावत ने किया तथा कार्यक्रम का संचालन विजय ओरा ने किया यह जानकारी ट्रस्ट के प्रवक्ता रितेश जैन ने दी।