प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में निर्देश दिये
उज्जैन | मंगलवार को भोपाल से प्रमुख सचिव स्वास्थ्य द्वारा प्रदेश में आगामी 15 अगस्त से प्रारम्भ होने वाले सहयोग से सुरक्षा अभियान की तैयारियों के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फ्रेंस ली गई। उल्लेखनीय है कि आगामी 15 अगस्त से पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण से बचाव और आमजन में इसके प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से वृहद स्तर पर सहयोग से सुरक्षा अभियान चलाया जायेगा।
प्रमुख सचिव द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी गई कि आमजन में कोविड-19 संक्रमण के प्रति जागरूकता लाये जाने और इन्हें कोरोना संक्रमण के प्रति सही और तथ्यात्मक जानकारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह अभियान चलाया जायेगा। वर्तमान में आमजन में कोरोना संक्रमण से जुड़ी भ्रान्तियां और कोरोना संक्रमितों के प्रति भेदभाव जैसी मानसिकता को दूर किये जाने की आवश्यकता है। आमजन कोरोना संक्रमण से जुड़ी अफवाहों पर ध्यान न दें। कोविड-19 से सम्बन्धित आधिकारिक जानकारी के लिये टोलफ्री 104 नम्बर पर सम्पर्क अथवा आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कर प्राप्त करें।
वीसी में पॉवर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से कोविड-19 से जुड़ी सावधानियां व लोगों में कोविड-19 के प्रति भ्रान्तियां और अफवाहों से दूर रहने के लिये किये जाने वाले दिशा-निर्देशों की जानकारी दी गई। साथ ही यह भी बताया गया कि आगामी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर सभी को यह शपथ दिलाई जायेगी कि हरएक व्यक्ति कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये स्वयं और अपने क्षेत्र के लोगों को मुंह पर मास्क, दुपट्टा, रूमाल या कपड़ा बांधकर घर से बाहर निकलने, घर के बाहर आपस में दो गज की दूरी रखने और बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोने के लिये प्रेरित करेगा। साथ ही कोरोना को लेकर किसी से कोई बुरा व्यवहार या भेदभाव न करते हुए सभी के साथ सहयोग का व्यवहार करेगा। कोरोना से जारी युद्ध में जो हमारी ढाल है जैसे कि डॉक्टर, नर्स, अस्पतालकर्मी, पुलिस, सफाईकर्मी एवं मैदानी कार्यकर्ता, इन सभी का सहयोग करेगा।
इसके अलावा इस अभियान की सफलता के लिये हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जायेगा। वीसी में कोविड-19 के समय में बच्चों का संरक्षण किये जाने के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये जैसे बच्चों के साथ प्यार और सम्मानपूर्वक व्यवहार उनके माता-पिता करें, उनके साथ समय बितायें, क्योंकि घर के अन्दर रहने, दोस्तों से न मिल पाने, बाहर खेलने न जाने के कारण बच्चे उब सकते हैं। इससे उनमें तनाव पैदा हो सकता है, इसीलिये यह बेहद जरूरी है कि बच्चों के साथ संवेदनशील और सावधानीपूर्वक व्यवहार किया जाये, ताकि वे खुद को सुरक्षित और सुरक्षित महसूस कर सकें।
इसके अलावा वीसी में क्वारेंटाईन और होम आइसोलेशन सम्बन्धी तथा अनलॉक प्रक्रिया सम्बन्धी दिशा-निर्देशों की जानकारी दी गई। साथ ही अभियान की सफलता हेतु शॉर्टक्लिप एसएमएस मैसेज भी बनाये जाने के बारे में बताया गया। गौरतलब है कि प्रदेश के स्पोर्ट्स आइकॉन के माध्यम से कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूकता के वीडियो सन्देश जारी किये जायेंगे। प्रमुख सचिव ने कहा कि जिला स्तर पर युवाओं में कोविड-19 के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से इन्हें इस अभियान से अधिक से अधिक जोड़ा जाये। उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व के बारे में बताया जाये। सभी कलेक्टर्स इसके लिये जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त करें। ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड संक्रमण के प्रति जागरूकता लाने में उल्लेखनीय कार्य करने वाले कर्मचारी जैसे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और आशा कार्यकर्ताओं की जानकारी भी अभियान के एप पर अपलोड की जाये।
प्रमुख सचिव ने कहा कि कोविड संक्रमण को ध्यान में रखते हुए आमजन के व्यवहार में इस संक्रमण से बचाव के प्रति परिवर्तन लाने का कार्य हमें करना होगा। सहयोग से सुरक्षा अभियान के सम्बन्ध में अधिक जानकारी नेशनल हेल्थ मिशन मप्र की वेब साइट www.nhmmp.gov.in से प्राप्त की जा सकती है। इस अभियान के अन्तर्गत सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी अभियान के सुचारू रूप से संचालन के लिये अपने मोबाइल फोन में सार्थक एप डाउनलोड करेंगे। इसी एप के माध्यम से अभियान की रिपोर्टिंग की जायेगी। अभियान के अन्तर्गत समस्त गतिविधियां ग्रामीण स्तर से जिला स्तर पर आयोजित की जायेंगी। इनके लिये आवश्यक प्रशिक्षण एवं जागरूकता सम्बन्धी सामग्री राज्य स्तर से डिजिटली मेल, वाट्सअप ग्रुप और ट्विटर पर उपलब्ध कराई जायेंगी। इस दौरान उज्जैन एनआईसी कक्ष में सीएमएचओ डॉ.महावीर खंडेलवाल, डीपीएम सुश्री परविंदर बग्गा, अतिरिक्त सीईओ जिला पंचायत श्रीमती कीर्ति मिश्रा एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद थे।