रतलाम । स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में समाजसेवी श्रीमती कुसुम चाहर द्वारा रतलाम वृद्ध आश्रम में रहने वाले सभी सम्मानित पुरुष एवं महिलाओं को वस्त्र प्रदान किये गए । इस अवसर पर रोटी बनाने का गैस भट्टा भी प्रदान किया गया । इस कार्यक्रम की अध्यक्षता शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य श्री सुभाष कुमावत ने की । इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि आज हम अपनी संस्कृति भूलते जा रहे हैं। इस कारण वृद्ध आश्रम में बुजुर्गों की संख्या बढ़ती जा रही है। आज के युग में इंसान जितना हाईप्रोफाइल कल्चर को अपनाता जा रहा है उतना ही वो अपने संस्कार, अपने घर के बड़े-बुजुर्गो की सेवा, आदर-सम्मान के प्रति पिछड़ता जा रहा है । यह हमारा कर्तव्य है कि हम इनका ध्यान रखें और इनकी सेवा करें। वृद्धजनों से सेवा भगवान की सेवा के समान है । हमारी आने वाली पीढ़ी को स्कूल, कॉलेज की शिक्षा के साथ-साथ पारिवारिक संस्कार की शिक्षा, बड़े-बुजुर्गो के प्रति मान-सम्मान, सेवा भाव की शिक्षा ग्रहण करना भी उनके लिए अतिआवश्यक है । श्रीमती कुसुम चाहर के मन में जो सेवाभाव है उससे हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए । इस अवसर पर श्रीमती मीना टांक, श्रीमती मुन्नेस चौधरी, श्री अभिषेक शर्मा एवं उनके साथी उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन श्री चाहर ने किया एवं वृद्ध आश्रम के संचालक श्री ओझा ने आभार व्यक्त किया ।