रतलाम । सामाजिक न्याय और नि:शक्तजन कल्याण मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल ने प्रदेश के निर्माणाधीन जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्रों का निर्माण गुणवत्ता और निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी हर माह स्वयं मौके पर जायें और कार्य का निरीक्षण कर प्रगति की जानकारी दें। केन्द्रों का निर्माण पूरा होने पर श्रवण, दृष्टि, अस्थि बाधित आदि सभी दिव्यांगों को जीवनयापन में होने वाली कठिनाई में कमी आयेगी।
प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय डॉ. प्रतीक हजेला ने बताया कि प्रदेश के 20 जिलों – रतलाम, भिण्ड, मुरैना, ग्वालियर, शिवपुरी, श्योपुर, अशोकनगर, गुना, जबलपुर, पन्ना, बुरहानपुर, देवास, शाजापुर, बड़वानी, इंदौर, रायसेन, सागर, देवास, टीकमगढ़ और सतना में जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्रों का निर्माण जारी है। लगभग 3 करोड़ की लागत से दो मंजिला बनने वाले पुनर्वास केन्द्रों में सभी तरह के दिव्यांगों के लिये फिजियोथेरेपी रूम और अन्य सुविधाओं का इंतजाम किया जा रहा है। दिव्यांगजनों के लिये प्रदेश में रेम्प, शौचालय आदि का भी निर्माण किया जा रहा है। शासकीय भवनों में निरीक्षण कर दिव्यांगों के लिये मूलभूत सुविधाओं को विकसित करने के स्थानों का चिन्हांकन किया जा रहा है। दृष्टि बाधितों के लिये विशेष रूप से तैयार टाईल्स लगाई जायेंगी ताकि वे छूकर अपने गंतव्य तक पहुँच सकें। इसी तरह अन्य दिव्यांगों का भी ध्यान रखा जायेगा।