10 दिनों तक निर्जला उपवास रखने वाले सभी 45 व्रत धारी का एक साथ पारना गुरुदेव के सानिध्य में कराया गया

झुमरी तिलैया। 10 दिनों तक निर्जला उपवास रखने वाले सभी 45 व्रत धारी का एक साथ महा पारना का भव्य कार्यक्रम गुरुदेव के सानिध्य में हुआ है कार्यक्रम स्थल गुरुदेव सुयश सागर जी के जयकार से गूंजायमान रहा सुबोध गंगवाल और शशि छाबड़ा ने भक्ति गीत गाकर भक्तों को आनंदित किया भारतवर्ष से आए हुए सम्मानित अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलन और गुरुवर के चरण प्रक्षालन का कार्य किया गया मंच संचालन समाज के सह मंत्री राज छाबड़ा ने किया सभी व्रतधारी को एक साथ पंक्तिबद्ध बैठाया गया समाज के सभी पदाधिकारी गण जैन महिला समाज जैन युवक समिति पार्षद पिंकी जैन ने सर्वप्रथम 10 लक्षण व्रतधारियों को प्रथम आहार देकर पारना कराया तत्पश्चात सभी श्रद्धालु भक्तों ने व्रतधारियों को पारना कराया सभी व्रतधारियों को जैन समाज के द्वारा मंत्रीत चांदी की माला सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया झुमरी तिलैया के इतिहास में प्रथम बार एक साथ 45 दशलक्षण व्रत धारी को दिए गए सम्मान पर झुमरी तिलैया में चातुर्मास कर रहे परम तपस्वी जैन संत सुयश सागर जी ने अपनी अमृतवाणी में कहा कि झुमरी तिलैया धर्म की नगरी है व्रत संयम उपवास से श्रद्धालु भक्तों के द्वारा धर्म की गंगा बहाई जा रही है श्रद्धा आस्था त्याग तप से ही आत्म कल्याण होता है लोग एक समय एक दिन भी बिना खाए नहीं रह पाते हैं परंतु यहां के धर्म भक्त युवा बुजुर्ग महिलाओं ने 10 दिवस का निर्जल उपवास रखकर ऐतिहासिक धार्मिक कार्य किया है 10 लक्षण पर्व के 10 धर्म में एक धर्म भी यदि व्यक्ति अंगीकार कर ले तो उसका जीवन सफल हो जाता है चातुर्मास कमेटी के संयोजक नरेंद्र झाझंरी मंत्री ललित सेठी नेआए हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया उपाध्यक्ष कमल सेठी सुनील सेठी किशोर जैन पांडया सुशील छाबड़ा सुरेश झाझंरी सरोज पापड़ीवाल और सम्मानित समाज के लोगों के द्वारा सभी व्रतधारियों का सम्मान किया गया। समाज के मीडिया प्रभारी नवीन जैन राजकुमार अजमेरा ने बताया कि आज के इस कार्यक्रम में पूरे भारत वर्ष छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश बिहार उत्तर प्रदेश राजस्थान असम से सैकड़ो लोग शामिल हुए समाज के द्वारा आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत अभिनंदन किया।