रतलाम । रतलाम जिले के 1750 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा कोविड-19 अनुकूल व्यवहार परिवर्तन सघन अभियान अंतर्गत कोरोना से बचाव के लिए सावधानियां रखने संबंधी प्रतिज्ञा लेकर संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि कोविड-19 अनुकूल व्यवहार परिवर्तन सघन अभियान 7 अक्टूबर से 30 नवम्बर 2020 तक संचालित किया जा रहा है जिसकी थीम ‘‘सावधानी में ही सुरक्षा है’’ और पंच लाईन कोरोना से बचने के लिये है जरूरी, मास्क पहने, धोते रहें हाथ, रखें दो गज की दूरी है ।
डॉ. ननावरे ने बताया कि कोविड-19 के बढ़ते प्रकरणों एवं वायरस संक्रमण के खतरे के बीच आर्थिक गतिविधियां प्रारंभ की गईं हैं। आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना प्रभावशील है। आगामी समय में त्यौहार आने के कारण लोगों का मिलना-जुलना एवं एकत्रित होना आरंभ हो गया है। शीतऋतु भी आने को है जिसके कारण वातावरण का तापमान कम हो जाता है और यह वायरस प्रसार के लिये उपयुक्त समय होता है। ऐसे में व्यवहार परिवर्तन की आवश्यकता को देखते हुये विभिन्न विभागों के सहयोग से 7 अक्टूबर से 30 नवम्बर तक कोविड-19 अनुकूल व्यवहार परिवर्तन सघन अभियान चलाया जा रहा है। कोरोना से लड़ने के लिये हमें जिन व्यवहार परिवर्तनों की आवश्यकता है उसके विषय में आवश्यक संदेश इस अभियान में शामिल किये जायेंगे। कोरोना की स्थिति में लोग इस संक्रमण की गंभीरता और उसकी भयावहता को समझ सकें, किन्तु उससे डरे बिना सामान्य जीवन जी सकें ऐसे उपायों का पालन करने के लिये उन्हें प्रेरित किया जायेगा। भारत शासन द्वारा चिन्हित कोरोना संक्रमण रोकने संबंधी अनुकूल व्यवहार इस प्रकार हैं:- दूर से अभिवादन करें, ना किसी से हाथ मिलाए, ना गले मिलें। आपस में 2 गज की दूरी जरूर रखें। घर से बाहर निकलने पर हमेशा मास्क पहनें। बार-बार अपनी आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें। खाँसते और छींकते समय अपने मुंह तथा नाक को ढक कर रखें। श्वसन संबंधी शिष्टाचार का पालन करें। बार- बार साबुन तथा पानी अथवा अल्कोहलयुक्त सैनिटाइजर से हाथों को धोएं। सार्वजनिक स्थानों पर ना थूकें। तंबाकू, गुटका, खैनी, पान आदि खाकर यहां-वहां ना थूकें। बार-बार छुए जाने वाली सतहों को नियमित रूप से विसंक्रमित करें। अनावश्यक यात्रा से बचें। कोरोना को लेकर किसी से भेदभाव ना करें। अनावश्यक भीड़ भाड़ इकट्ठा ना होने दें। अफवाहों पर ध्यान ना दें और सोशल मीडिया पर किसी भी अपुष्ट जानकारी को प्रसारित ना करें। सूचना के भरोसेमंद स्त्रोतों से ही जानकारी लें, कोरोना के विषय में जानकारी के लिए भारत शासन अथवा प्रदेश शासन के टोल फ्री नंबर पर कॉल करें। आपस में सभी एक दूसरे को मनोवैज्ञानिक रूप से सहयोग प्रदान करें।