जावरा में हुआ अविस्मरणीय अखिल भारतीय कवि सम्मेलन.
जावरा (अभय सुराणा) । जो भूमि देवताओं की परम पावन विरासत है जहां सत्यम शिवम सुंदरम और हर क्षण मुहूर्त है धर्म -कर्म ,संस्कृति, सभ्यता व काव्य का मंदिर हमें गर्व जिस पर है गर्व वो भारत है और जय हो महामंत्र नवकार की इन पंक्तियों के साथ हिंदी शब्दकोश के उम्दा शब्द निकाल कर वाणी और शब्दों की जादूगरनी प्रसिद्ध कवियत्री डॉ अनामिका जैन अंबर ने कवि सम्मेलन का ऐसा आगाज किया की सभागार में मौजूद श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए द्य ख्यातिनाम कवि सौरभ जैन सुमन के संचालकत्व में आयोजित कवि सम्मेलन की शुरुआत राष्ट्रसंत 108 श्री प्रमुखसागरजी महाराज को समर्पित करते हुए करतल ध्वनि की गडग़ड़ाहट के बीच कहा कि कोरोना के बाद यह पहला कवि सम्मेलन है और मुझे लगता है कि जहां जावरा की धरती पर राष्ट्रसंत जैसे धर्मगुरु का सानिध्य रहे वहां कोई महामारी मानव मात्र का कुछ भी नहीं बिगाड़ सकती द्य वे बोले विश्व के किसी भी दर्शन में अहिंसा का समावेश नहीं है सिर्फ जैन सिद्धांत ये कहता है की किसी व्यक्ति से हत्या ही हिंसा नहीं होती बल्कि वाणी के माध्यम से भी हिंसा होती है द्य जैन धर्म वहां तक पहुंचा की वाणी से किसी के मन को आघात लगे यह भी बहुत बड़ी हिंसा है द्य सौरभ सुमन ने हास परिहास के माध्यम से श्रोताओं को गुदगुदाते हुए वीर रस के उज्जैन के कवि राहुल शर्मा को कविता पाठ के लिए बुलाया जिन्होंने राष्ट्रवाद एवं धर्म आधारित कविताओं की शानदार प्रस्तुति दी द्य कवि पंकज आगार ने दुनिया को बहुत जरूरत है महावीर भगवान की और मन को चंदनबाला कर लो महावीर मिल जाएंगे के माध्यम से अच्छी दाद बटोरी द्य आदित्य शर्मा ने जैन धर्म के संथारा एवं सल्लेखना क्या है की गीत के माध्यम से प्रस्तुति दी द्य सौरभ जैन सुमन ने वीर रस की कविता का पाठ करते हुए घोर अंधेरा है प्रकाश मांगता है -देश एक बार फिर सुभाष मांगता है -देश और मुख्यमंत्री योगी की प्रशंसा की निडरता की प्रशंसा में काव्य पाठ करते हुए कहां की कश्मीर योगी को दे दो यदि कश्मीर आजाद होने से बच जाए तो मुझे इंचों में कटवा देना कवि सम्मेलन में नेपाल से आए कवि लक्ष्मण नेपाली ने भी हास परिहास के माध्यम से दर्शकों का काफी मनोरंजन किया द्य
कवि सम्मेलन के मुख्य अतिथि पूर्व सांसद चिंतामणि मालवीय एवं विशेष अतिथि भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष कान्हसिंह चौहान व उज्जैन दूध संघ के संचालक के के सिंह कालूखेड़ा ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया द्य पुष्पवर्षा योग समिति एवं सकल जैन समाज के पदाधिकारी महावीर मादावत , पुखराज सेठी , विजय औरा , हिम्मत गंगवाल, पवन पाटनी ,सुनील कोठारी, संजय दोशी , पुष्पदंत जैन, अंतिम कियावत , नरेंद्र गोधा अजय दोशी राजेश भाचावत, राजेश कोठारी ,राजकुमार ओरा , संजय गोधा , जितेंद्र कोठारी एवं अंकित मादावत के अलावा महिला मंडल , युवा मंडल के पदाधिकारियों ने सभी अतिथि गणों एवं प्रायोजक उद्योगपति सुनील कोठारी, रितेश जैन एवं अनिल कोठारी का साफा ,शाल ,दुपट्टा एवं मोती की माला पहनाकर भावभीना स्वागत किया द्य कार्यक्रम समाप्ति के उपरांत सभी कवि एवं कवियत्री ने मंचासीन राष्ट्रसंत 108 श्री प्रमुखसागरजी महाराज साहब के दर्शन किए द्य राष्ट्रसंत ने सभी कवियों को प्रतीक चिन्ह देने के साथ आशीर्वाद दिया ।