जल गुणवत्ता जाचनें का दिया प्रशिक्षण
रतलाम । पीएचई विभाग की टीम द्वारा जिले के 100 ग्रामो में 1 हजार पौधे लगाने के लक्ष्य को पूरा करने हेतु ग्राम नेगडदा, मोरदा में पौधारोपण किया। साथ ही फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से ग्राम मोरदा के जलीया भैरव मंदीर प्रांगण में जल सम्मेलन कर ग्रामवासियों को जल गुणवत्ता जांचने का प्रशिक्षण दिया तथायोजना संचालन संधारण हेतु जलकर राशि जमा करने की बात भी बताई गई।
योजना के जल स्रोत नलकूप के आसपास हो रही गन्दगी एवं कीचड़ की सफाई भी विभाग की टीम द्वारा की गई। स्वच्छता बनाए रखने हेतु ग्रामवासियों को प्रेरित किया गया। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के जिला जल सलाहकार श्री आनंद व्यास द्वारा पर्यावरण एवं जल के महत्व को बताते हुए कहा कि हमारे जीवन में हवा एवं पानी का बहुत महत्व है, उसके बगैर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती, इसलिए जल को दूषित होने से बचाएं, जल स्रोतों के आसपास साफ-सफाई रखें। दूषित जल उल्टी, दस्त, टाइफाइड ,पीलिया जैसी कई बीमारियों का कारण बनता है। इस दौरान टंकी परिसर व मन्दिर प्रांगण में पौधारोपण कर जल बचाने एवं पौधों की देखरेख हेतु ली गई।
पीईएची विभाग के उपयंत्री श्री अर्पित चतर, विकासखंड समन्वयक श्री बबन बेनल ने जल गुणवत्ता जाचनें का प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर जितेंद्र सोलंकी, हेमंत परमार, नेगडदा सरपंच कारूलाल भील, नल चालक बापूसिंग गुर्जर, ग्रामवासी रंगलाल पुजारी, भरतलाल कीर, गुलाबसिंग गुर्जर, कन्हैयालाल गायरी, तेजपुरी गोस्वामी, मोहनलाल कीर आदि लोगों उपस्थित थे।