मालव केसरीजी का 40 वां पूण्य स्मृति दिवस 29 जुलाई को जप- तप के साथ मनेगा

रतलाम, 27 जुलाई। मालव केसरी, जैन सुधाकर, श्रमण संघ के मूर्धन्य सूत्रधार, पुज्य गुरूदेव श्री सौभाग्यमलजी म.सा. का 40 वां पुण्य स्मृति दिवस 29 जुलाई को सागोद रोड स्थित श्री सौभाग्य तीर्थ में मनाया जाएगा। इस मौके पर मालव भूषण पंडित रत्न श्री महेन्द्र मुनिजी मसा के पावन सानिध्य में विभिन्न आयोजन होंगे।
श्री सौभाग्य तीर्थ अध्यक्ष कन्हैयालाल गांधी ने बताया कि श्री धर्मदास जैन मित्र मण्डल ट्रस्ट,श्री सौभाग्य जैन साधना एवं जनकल्याण परिसर, श्री सौभाग्य जैन नवयुवक मण्डल, श्री सौभाग्य प्रकाश भक्त मण्डल, श्री सौभाग्य जैन महिला मण्डल, बालिका व बालक मण्डल के तत्वावधान में पुण्य स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में सुबह 8 बजे नोलाईपुरा से चल समारोह निकाला जाएगा, जो प्रमुख मार्गों से होते हुए सागोद रोड स्थित श्री सौभाग्य तीर्थ पहुंचेगा।
तीर्थ परिसर में सुबह 9,30 बजे से 11.30 बजे तक जाप, श्री सौभाग्य चालीसा का पाठ एवं गुणानुवाद सभा का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद गोतम प्रसादी होगी। कार्यक्रम में जैन कांफ्रेंस नई दिल्ली की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मोटिवेशनल स्पीकर प्रो रुचिरा सुराना जैन (मुंबई ) प्रमुख वक्ता रहेगी। अध्यक्षता नासिक के समाजसेवी शीतल भंडारी करेंगे। नासिक रोड के समाजसेवी संजय बरलोटा प्रमुख अतिथि रहेंगे। विशेष अतिथि के रूप में अणुव्रत सेवी प्रो. ललीता बी जोगड़ उपस्थित रहेगी| पूण्य स्मृति दिवस पर महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ निमाड़ एवं डूंगर सहित देश के विभिन्न स्थानों से गुरूभक्त रतलाम आकर श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे।
श्री संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश मूणत, सुरेंद्र कुमार गादिया, आजाद कुमार मेहता, रंगलाल चौरडिया, श्री सौभाग्य जैन युवक संघ के अध्यक्ष मनीष मंडलेचा,मंत्री महेंद्र गंग महिला मंडल अध्यक्ष कांता चौरडिया,मंत्री कुसुम पितलिया,बहु मंडल अध्यक्ष मोना बोरदिया, मंत्री सीमा मूणत सौभाग्य प्रकाश युवक मंडल अध्यक्ष हर्ष मूणत एवं मंत्री केतन गाँधी ,संयोजक रखब चत्तर,संदीप चौरड़िया,निलेश मेहता, राजेश बोरदिया सहित श्री धर्मदास जैन मित्र मण्डल ट्रस्ट श्री सौभाग्य जैन साधना एवं जनकल्याण परिसर, श्री सौभाग्य जैन नवयुवक मण्डल, श्री सौभाग्य प्रकाश भक्त मण्डल, श्री सौभाग्य जैन महिला मण्डल, बालिका व बालक मण्डल ने धर्मालुजनों से इस अवसर पर अधिक से अधिक उपस्थित होकर गुरूभक्ति का लाभ लेने का आव्हान किया है।