धर्म आराधना के साथ मना सागरानंद सूरीश्वर जी म.सा. का 150 वां जन्मोत्सव
रतलाम, 4 अगस्त। परम पूज्य आचार्य श्री सागरानंद सूरीश्वर जी म.सा. के 150 वे जन्मोत्सव के निमित्त तीसरे दिन रविवार को 45 आगमों की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा वर्धमान तपोनिधि पूज्य आचार्य देव श्री नयचंद्रसागर सूरीश्वर जी म.सा. एवं गणिवर्य डॉ. अजीत चंद्र सागर जी म.सा. की निश्रा में निकली। इस दौरान पालकी उठाने के लिए हजारों श्रावक श्राविकाए उत्साह पूर्वक पहुंची।
रथ यात्रा कबीर सा उपाश्रय थावरिया बाजार से निकली, जो शहर के प्रमुख मार्गो से होती हुई मोहन टॉकीज पहुंची। यात्रा में सबसे आगे बैंड के साथ आचार्य श्री एवं साधु, साध्वी भगवंत चल रहे थे। 45 आगमो को 45 पालकी में विराजित किया गया था। यह पालकी भी ऐसी थी कि छोटे बच्चे भी इसे अपने कंधे पर लेकर चल सके।
पालकी यात्रा शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए सैलाना वालों की हवेली मोहन टॉकीज पहुंची। यहां आचार्य श्री ने प्रवचन के माध्यम से सागर जी म.सा. के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए जीवन में आगे बढ़ने के लिए उनका अनुसरण करने की बात कही। शोभा यात्रा में पालकी उठाने के लिए समाजजनों बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
अंत में श्री देवसुर तपागच्छ चारथुई जैन श्री संघ गुजराती उपाश्रय रतलाम एवं श्री ऋषभदेव जी केसरीमल जी जैन श्वेतांबर पेढ़ी रतलाम ने समाजजनो को धन्यवाद ज्ञापित किया |