एक विद्यार्थी ही शिक्षा को यथार्थ में प्रतिबिम्बित करता है – डॉ. प्रीति अग्रवाल

शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रतलाम में नैक टीम के दो दिवसीय निरीक्षण का समापन

रतलाम । नैक द्वितीय चक्र पूर्ण होने पर बधाई देते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति को वास्तविकता में प्रोग्राम आउटकम तथा कोर्स आउटकम के आधार पर धरातल पर लाने के सुझाव देने के साथ ही कहा कि छोटा शहर होने के बावजूद भी इतनी उत्साही एवं ऊर्जावान छात्राओं की प्रशंसा की तथा कहा कि एक विद्यार्थी ही शिक्षा को यथार्थ में प्रतिबिम्बित करता है। उक्त बात डॉ. प्रीति अग्रवाल (नैक टीम चैयरपर्सन) ने शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रतलाम में नैक टीम द्वारा किए गए दो दिवसीय निरीक्षण के समापन अवसर पर व्यक्त किए।
प्राचार्य डॉ. सुरेश कटारिया ने बताया कि शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रतलाम में नैक टीम का दो दिवसीय निरीक्षण हेतु 12.08.2024 आगमन हुआ। जिसके दल में नैक संस्था, बैंगलोर से पीयर टीम चेयरपर्सन डॉ. प्रीति अग्रवाल, मेंबर को-आर्डिनेटर डॉ. सतिन्दर कौर एवं मेंबर डॉ. पार्वती अपैया थी।
प्रारम्भ में आइक्यूएसी प्रभारी डॉ. तबस्सुम पटेल ने महाविद्यालय के प्रतिवेदन का प्रदर्शन किया तथा कुछ विशिष्ट विभागों का पीपीटी प्रदर्शन भी किया गया व टीम द्वारा प्रत्येक विभाग का 07 क्राईटेरिया के आधार पर निरीक्षण किया गया।
प्रथम क्राईटेरिया में क्युरीक्युलर एस्पेक्ट पर चर्चा की गई, जिसमें महाविद्यालय में संचालित विभिन्न एडऑन कोर्स तथा फिडबेक प्रक्रिया की प्रशंसा की गई। द्वितीय क्राईटेरिया में शिक्षण प्रणाली में नवाचार तथा नवीन शिक्षा नीति पर उन्होने अपनी राय साझा की गई। तृतीय क्राईटेरिया में शोध के महत्व को बताते हुए महाविद्यालय में नवीन शोध केन्द्र स्थापित करने तथा रिसर्च प्रोजेक्ट को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। चतुर्थ क्राईटेरिया में महाविद्यालय के इन्फ्रा स्ट्रक्चर में सुधार हेतु सुझाव दिए गए। पंचम क्राईटेरिया में ग्रामीण क्षेत्र होने के बावजुद भी महाविद्यालय में इतनी बड़ी संख्या में प्रवेश की प्रशंसा की गई तथा जिसमें सभी वर्ग की छात्राऐं सम्मिलित है। साथ ही कॅरियर मार्गदर्शन हेतु की गई विभिन्न गतिविधियों की सराहना की गई। षष्ठम क्राईटेरिया के अंतर्गत महाविद्यालय के विजन एवं मिशन को प्राप्त करने के लिए महाविद्यालय के समस्त स्टाफ द्वारा की गई कार्यशालाओं, सेमिनार, संगोष्ठी आदि को देख टीम ने प्रशंसा कर कई नवाचार के सुझाव दिए। सप्तम क्राईटेरिया के अंतर्गत महाविद्यालय की शैक्षणेत्तर गतिविधियॉ तथा बेस्ट प्रेक्टिस ‘Óग्रीन एंड क्लीन कैम्पस व ईच वन फोर एवरी वन – सरोकारÓÓ को देख टीम प्रशंसा व्यक्त की।
टीम ने कलेक्टर श्री राजेश बाथम, मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रृंगार श्रीवास्तव, पद्मश्री डॉ. लीला जोशी, अतिरिक्त संचालक, उज्जैन डॉ. अनिजवाल, अग्रणी महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. वाय.के. मिश्रा, वाणिज्य महाविद्यालय, रतलाम के प्राचार्य डॉ. आर.के. माथुर से महाविद्यालय की अकादमिक चर्चा की। इसके पश्चात् टीम ने भूतपूर्व छात्राओं तथा अभिभावकों के साथ संवाद किया।
इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। जिसमें महाविद्यालय की पूर्व छात्रा मिसेस इंडिया दिव्या पाटीदार तथा एल्यूमनी अध्यक्ष श्रीमती अमिता वर्मा भी उपस्थित रही। महाविद्यालय में द्वितीय दिवस को राष्ट्रीय मूल्यांकन प्रत्यायन परिषद के तीन सदस्य दल द्वारा समग्र शैक्षणिक एवं शैक्षणेत्तर गतिविधियों का वृहद स्तर पर निरीक्षण किया तथा प्रथम दिवस पर शेष बचे विभागों- राजनीति विज्ञान विभाग, प्राणी शास्त्र, भौतिक शास्त्र, वनस्पति शास्त्र, विभागों एवं प्रयोगशालाओं का अवलोकन किया गया। इसके बाद दल ने कार्यालयीन स्टाफ से चर्चा कर समस्त लेखों का निरीक्षण किया गया तथा इतनी बड़ी संख्या में छात्रवृत्ति तथा विभिन्न योजनाओं में महाविद्यालय की कोई शिकायत ना होने पर बधाई दी गई।
अगले सत्र में महाविद्यालय की वर्तमान छात्राओं से भी टीम ने संवाद किया। जिसमें विभिन्न व्यवसायिक पाठ्यक्रम तथा नवीन स्नातकोत्तर कोर्स शुरू करने हेतु छात्राओं ने सुझाव दिए। समस्त स्टाफ की एक औपचारिक बैठक ली गई जिसमें टीचिंग पेडागोजी तथा विभिन्न शिक्षकों द्वारा शिक्षा हेतु प्रयोग में लाई गई नवीन तकनीकों जैसे – प्ले वे मेथड, शोध पत्र लेखन और विशेषकर व्यक्तिगत परामर्श की तकनीक की प्रशंसा की गई। साथ ही स्टाफ को शोध में प्रयासरत रहने का आहवान किया। अंत में समापन सत्र की बैठक में दल का स्वागत प्राचार्य डॉ. सुरेश कटारिया ने किया।
अंत में नैक टीम दल द्वारा महाविद्यालय प्राचार्य तथा आईक्यूएसी प्रभारी को मूल्यांकन रिपोर्ट सिल्ड रिपोर्ट प्रदत्त की। जिसका परिणाम सात दिवस बाद आएगा। इस अवसर पर प्राचार्य द्वारा कहा गया कि दल द्वारा दिए गए समस्त सुझावों को यथार्थ में लागू करने हेतु पूर्ण प्रयासरत रहेंगे। समस्त मूल्यांकन में महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. आर.के. कटारे तथा प्रो. सुषमा कटारे दोनो ने पुरे समय उपस्थित होकर पूर्ण सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनामिका सारस्वत ने किया तथा आभार आईक्यूएस प्रभारी डॉ. तबस्सुम पटेल ने ज्ञापित किया।