जिले के सेमलिया धाम में कैबिनेट मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय तथा संतजनों ने पीपल के वृक्षों का रोपण किया

गुरुकुल का शिलान्यास भी हुआ

रतलाम 21 अगस्त 2024। जिले के मां अन्नपूर्णा शक्तिपीठ सेमलिया धाम में बुधवार को अन्नपूर्णा शक्तिपीठ के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्री मधुसुधनानंदजी महाराज के 5100 पीपल के पौधों के रोपण के संकल्प के अंतर्गत प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, तिजारा राजस्थान विधायक महंत श्री बालकनाथजी, श्री मधुसुधनानंदजी, संतश्री प्रकाशनाथजी महाराज, संतश्री उमेशनाथजी महाराज, सांसद श्री सुधीर गुप्ता, विधायक डा. राजेंद्र पांडे, विधायक सुवासरा श्री हरदीपसिंह डंग, विधायक गरोठ श्री चंद्रसिंह सिसोदिया, पूर्व विधायक मंदसौर श्री यशपालसिंह सिसोदिया, श्री के.के. सिंह कालूखेड़ा, श्री अशोक पोरवाल, श्री सुनील सारस्वत आदि के द्वारा पीपल का वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा सेमलिया धाम में बनने वाले गुरुकुल का शिलान्यास भी किया गया।
एक पौधा मां के नाम प्रकृति महोत्सव के तहत आयोजित उक्त कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इस प्रकृति महोत्सव में संतों के समागम से हम धन्य है। संतों के साथ सत्संग मनुष्य के लिए सौभाग्यशाली होता है, संत की तपस्या उनका जप-तप जंगल को मंगल बना देता है। श्री विजयवर्गीय ने कहा कि सेमलिया धाम पीठाधीश्वर श्री मधुसूदन आनंदजी महाराज के कार्य सराहनीय हैं, सेमलिया शक्तिपीठ बन चुका है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के सांसद तथा विधायक शासन को पत्र भेजें जिसके माध्यम से प्रक्रिया द्वारा सेमलिया धाम का और अधिक विकास किया जाएगा। श्री विजयवर्गीय ने पौराणिक संदर्भ का जिक्र करते हुए पीपल के महत्व को प्रतिपादित किया। आपने जनप्रतिनिधियों से भी आग्रह किया कि जनकल्याण में सदैव तत्पर रहे, जो भी आपके यहां समस्या लेकर आता है उस व्यक्ति को संतुष्ट करके भेजें, उसका काम करवाएं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महंत श्री बालकनाथजी ने कहा कि 5100 पीपल के पौधों को लगाने का संकल्प प्रकृति संरक्षण की दिशा में अद्भुत संकल्प है। आपने आह्वान किया कि पौधे लगाने के साथ ही उनका संवर्धन तथा संरक्षण भी अनिवार्य रूप से करें। पीपल के पेड़ का अत्यधिक महत्व है। आपने कामना की कि आगामी समय में यह क्षेत्र घना वनाच्छादित नजर आए। उन्होंने उद्बोधन में संत की महिमा संत की भूमिका मानव जीवन के कल्याण में संतों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संत जन मानव जीवन का कल्याण करते हैं। संत समस्त विश्व तथा मानव कल्याण के लिए है, संतों द्वारा सदैव मानवता का कल्याण किया गया है। अपनी इच्छा और स्वार्थ को त्यागने वाला ही संत होता है। आपने सांस्कृतिक मूल्यों पर भी प्रकाश डाला।
अन्नपूर्णा शक्तिपीठ सेमलिया धाम पीठाधीश्वर श्री मधुसुधनानंदजी ने अपने उद्बोधन में धर्म आध्यात्म, गुरु शिष्य परंपरा पर उद्बोधन दिया। उन्होंने वृक्षारोपण खासतौर पर पीपल के पेड़ के रोपण के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में सांसद श्री सुधीर गुप्ता ने अपने संबोधन में संतों की भूमिका जनकल्याण में संतजनों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए अपील की।
जावरा विधायक डॉ. राजेंद्र पांडेय ने अपने संबोधन में कहा कि प्रसन्नता की बात है कि हमें संतों का मार्गदर्शन मिल रहा है। यहां सेमलिया में संतों का आगमन हुआ है। डॉ. पांडे ने सभी संतजनों का स्वागत अभिनंदन किया। कार्यक्रम संचालन श्री यशपाल सिंह सिसोदिया ने किया, आभार श्री के.के. सिंह कालूखेड़ा ने माना।