विद्यार्थियों में सामान्य ज्ञान और वाकपटुता का होना जरूरी

शिक्षक मंच द्वारा शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए सामान्य ज्ञान एवं तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन हुआ

रतलाम । शिक्षक सांस्कृतिक संगठन द्वारा विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए उत्कृष्ट विद्यालय सागोद रोड पर सामान्य ज्ञान एवं तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई । जिसमें करीबन डेढ़ सौ विद्यार्थियों ने भाग लिया तथा शिक्षकों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लेकर अपनी रचनात्मकता का परिचय दिया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षाविद पूर्व प्राचार्य श्री ओ.पी.मिश्रा थे । अध्यक्षता प्राचार्य श्री सुभाष कुमावत ने की। श्री मिश्रा ने कहा कि बच्चों का सामान्य ज्ञान निरंतर गतिमान रहना आवश्यक है । बच्चों के व्यक्तित्व विकास और भविष्य निर्धारण में सामान्य ज्ञान का परिपक्व होना आवश्यक है । नियमित रूप से समाचार पत्र को पढ़ने तथा टीवी के बौद्धिक सार्थक कार्यक्रमों को देखकर अपनी वाकपटुता और शब्द ज्ञान बढ़ा सकते हैं। छात्र का अध्ययन सिद्ध होना बेहद जरूरी है । साहित्यिक सृजन तभी कर पाएंगे जब हम व्यापक अध्ययन की आदत आत्मसात करेंगे ।
श्री कुमावत ने मंच की गतिविधियों को सार्थक बताते हुए कहा कि शिक्षक मंच द्वारा यह अत्यंत सार्थक प्रयास है जो बच्चों के सर्वांगीण विकास में तथा शिक्षकों के सामान्य ज्ञान में निर्णायक और महत्वपूर्ण कहा जा सकता है ।
मंच अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि बच्चों की नैसर्गिक प्रतिभा तात्कालिक भाषण से ज्ञात होती है शब्द ज्ञान और विषय से बच्चों का अध्ययनशील पहलू उजागर होता है जो बच्चों के व्यक्तित्व विकास में अत्यंत सहायक सिद्ध हो सकते हैं ।
आरंभ में अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया । सरस्वती वंदना आरती त्रिवेदी ने प्रस्तुत की । अतिथियों का स्वागत श्री कृष्ण चंद्र ठाकुर, नरेंद्र सिंह राठौड़, राधेश्याम तोगड़े, रमेश उपाध्याय, मदनलाल मेहरा, दिलीप वर्मा, दशरथ जोशी, चंद्रशेखर लश्करी, कमल सिंह राठौर, भारती उपाध्याय आदि ने किया ।
तात्कालिक भाषण के परिणाम इस प्रकार रहे –
शिक्षक वर्ग  – श्रीमती अंजुम खान प्रथम, यशस्वी वर्मा द्वितीय, हीना शाह तृतीय एवं श्री ऋतुराज सिंह चौहान चतुर्थ स्थान पर रहे ।
बालक वर्ग – शिवानी प्रथम, अनिल लोहार द्वितीय शुभम तृतीय एवं कृष्णा राजेंद्र कसेरा चतुर्थ स्थान पर रहे . विजेताओं को 5 सितंबर शिक्षक दिवस पर पुरस्कृत किया जाएगा ।
डॉ मुनिंद्र दुबे, श्याम सुंदर भाटी निर्णायक के रूप में उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन दिलीप वर्मा ने तथा आभार राधेश्याम तोगड़े ने व्यक्त किया ।