श्रमण संघीय स्थानकवासी जैन समाज के पर्व पर्युषण 1 सितंबर से 8 सितंबर तक

शिवाचार्य भगवान का है यह आव्हान पर्यूषण पर्व में करें कुछ त्याग पचखाण

जावरा( अभय सुराणा) । अ.भा. जैन दिवाकर विचार मंच के राष्ट्रीय वरिष्ठ मार्गदर्शक अभय सुराणा ने बताया कि ध्यान योगी आचार्य सम्राट डॉक्टर शिवमुनि जी महाराज साहब की आज्ञा में इस वर्ष श्रमण संघ में 366 चातुर्मास पूरे भारतवर्ष हो रहे हैं। जिसमें साधु मुनिराज के 86 चातुर्मास हो रहे हैं एवं साध्वीगण के 280 चातुर्मास है। वर्तमान में प्राप्त जानकारी के अनुसार आचार्य सम्राट डॉक्टर शिव मुनि महाराज की आज्ञा में 1186 साधु साध्वी है। इस वर्ष 15 नई दीक्षा हुई है तथा 12 का देवलोक गमन भी हुआ है।
पर्युषण महापर्व का प्रारंभ 1 सितंबर से हो रहा है जो 8 दिन तक चलेगा। हमें इन आठ दिनों में अधिक से अधिक धर्म आराधना करनी है और अगर हम लंबी तपस्या अगर नहीं कर पा रहे हैं तो छोटे-छोटे नियमों को लेकर अपने कर्मों की नीर्जरा करने का एक सुनहरा मौका हमारे पास है।
वरिष्ठ मार्गदर्शक अभय सुराणा ने बताया कि आचार्य सम्राट वर्तमान में अवध संग्रीला में विराजमान है जहां पर श्रद्धालुओं का मेला लगा हुआ है आचार्य भगवान के सानिध्य में प्रतिदिन प्रात 6:30 से 7:30 तक प्रार्थना एवं 9:30 से 10:30 तक प्रवचन उसके बाद प्रत्याखान ध्यान एवं मंगल पाठ दिया जाता है।