जावरा (अभय सुराणा) । प. पु. मुनिराज श्री चंद्रयश विजय जी म.सा. एवँ प.पु. मुनिराज श्री जिनभद्र विजय जी म.सा. की पावनकारी निश्रा में क्रियोद्धार पुण्य भूमि जावरा में चल रहे आत्म शुद्धि चातुर्मास के अंतर्गत सिद्धि दायक सिद्धि तप की महान तपस्या चल रही है। सिद्धि तप में नगर के 8 साल से 75 साल के तपस्वी तपस्या कर रहे है। सिद्धि तप 44 दिवसीय तप आराधना है। जिसमे तपस्वी44 दिन में 36 दिवस निराहार रहता है जो केवल दिन में गरम पानी का उपयोग करता है। इस तपस्या में सबसे छोटे बाल तपस्वी 8 साल के मास्टर मितांश रितेश रांका है। इस बाल तपस्वी के संकल्प एवं आत्म बल को देख कर हर कोई अचंभित है। नगर में इस बाल तपस्वी की हर कोई अनुमोदना कर बहुमान कर रहा है।
आज के इस युग मे जंहा बच्चों को फ़ास्ट फूड चाहिए, होटलों का चटपटा खाना चाहिए। वंहा इस नन्हे बाल तपस्वी ने सिद्धितप की तपस्या करके जावरा नगर को त्रिस्तुतिक श्रीसंघ जावरा को व रांका परिवार को गौरवान्वित कर दिया।
धन्य है जिनशासन, धन्य है तपस्वी, किंडर ग्रो स्कूल के कक्षा 3 के विद्यार्थी मितांश रांका हतनारा निवासी श्री सुभाष रांका के पौत्र, रितेश रांका (सूरज इलेक्ट्रॉनिक्स )के पुत्र है। छोटे बाल तपस्वी की अनुमोदना में तपस्वी के माताजी श्रीमती पूर्वा रांका भी तपस्या कर रही है।