सिद्धितप आराधकों की अनुमोदना में घर-घर पहुंचा “चिंतामणि पार्श्वनाथ भक्त मंडल”

जावरा (अभय सुराणा) । परमपूज्य मुनिराज चन्द्रयश विजयजी. मुनिराज जिनभद्रविजयजी म.सा. की पावन निश्रा में आत्माद्धि चातुर्मास पर्व त्याग तप व आराधना के साथ ऐतिहासिक महोत्सव के भव्य रूप में चल रहा है। जावरा के इतिहास में पहली बार 240 आराधकों के महान सिद्धितप की तपस्या चल रही है।
इसी कड़ी में श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ भक्त मण्डल सिद्धितप आराधको के घर घर जाकर उनकी अनुमोदना में भक्ति कर उनका मोतियों की माला पहनाकर शाल ओढ़ाकर बहुमान करने का अभियान चला रखा है।अभी तक 170 से अधीक तपसवी आराधाकों के घर पहुंच कर मंडल प्रभु भक्ति कर चुका है। आगे भी भक्ति अनुमोदाना का यह क्रम जारी है।
इस भक्ति में संजय मेहता, राजकुमार मारवाड़ी, राजकुमार हरण, आशीष मेहता, शेखर नाहर, प्रदीप बोरदिया, देवेंद्र धाड़ीवाल, कमल चोरड़िया, विनोद दख, मनीष कोचर, प्रवीण बरमेचा, संजय चपड़ोद, मनीष मारवाड़ी, राजेश लोढ़ा, श्रीपाल, कैलाश चोपड़ा, निलेश सुराणा उपस्थित थे।