श्री श्रेयांसनाथ जैन पर श्वेतांबर मंदिर भगवान महावीर स्वामी का जन्मवाचन समारोह धूमधाम से मनाया गया

रतलाम । श्री श्रेयांसनाथ जैन श्वेतांबर मंदिर अलकापुरी में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भगवान महावीर स्वामी का जन्मवाचन समारोह बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। दोपहर 2:00 बजे से ही बड़ी संख्या में समाजजन सजधजकर समारोह स्थल वैशाली गार्डन पर पहुंचना शुरू हो गए थे, जहां खुशी के प्रतीक स्वरूप केसर के छापे लगाए गए।
समारोह के प्रारंभ में मंगलाचरण नवकार मंत्र की सुंदर प्रस्तुति सुनीता बोहरा एवं सुश्री जैन द्वारा की गई। पर्युषण महापर्व के दौरान आठों दिन प्रभुजी की सुंदर अंगरचना करने के लिए संघ के वरिष्ठ हिम्मत-पुष्पा गेलड़ा परिवार द्वारा प्रभु की सुंदर अंग रचना करने वाली 17 बालिकाओं एवं सुनीता बोहरा का बहुमान किया गया। जयंतीलाल-शोभना जैन परिवार द्वारा धार्मिक पाठशाला की शिक्षिकाओं सुनीता बोहरा, एवं कविता मेहता तथा सर्वाधिक उपस्थिति वाले पांच बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर श्री श्रेयांसनाथ जैन श्वेतांबर मंदिर के ट्रस्टी शैतानमल बोहरा, हंसराज चोपड़ा, शीतल गेलड़ा, कमलेश भंडारी, दिलीप गेलड़ा, जयंतीलाल जैन, अखिलेश जैन, पुखराज चंडालिया द्वारा स्वामी वात्सल्य के लाभार्थी सुशीला विपिनचन्द्र नाडकर परिवार का शाल, श्रीफल, माला द्वारा बहुमान किया गया।
मंदिर में प्रतिदिन स्नात्र पूजा पढाने हेतु शशि छजलानी की तथा त्रिभुवन कीर्ति जैन धार्मिक पाठशाला द्वारा अंतर्गत हर माह धार्मिक वर्ग पहेली के पुरस्कारों हेतु कन्हैयालाल गांधी परिवार की अनुमोदना की गई।
कार्यक्रम में सिद्धि तप के तपस्वी सुनीता कोठारी, 99 यात्रा करने के लिए समृद्धि बोलिया, पांच उपवास की तपस्वी सारिका गेलड़ा एवं ओलीजी तप के लिए सक्षम सियार का बहुमान शोभा चोपड़ा, शांता पितलिया, कृष्णा गेलड़ा, अनीता कटारिया, मंजु भण्डारी आदि द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मंदिर की व्यवस्था संचालन में सराहनीय कार्य करने के लिए दिलीप गेलड़ा का भी बहुमान किया गया। इसके पश्चात भगवान की माता त्रिशला को आए 14 सपना की बोलियां प्रारंभ हुई, जिसमें समाजजन ने बढ़-चढ कर धर्म लाभ लिया। लक्ष्मी जी की बोली का लाभ प्रहलाद मालवी परिवार द्वारा लिया गया।
उपरोक्त जानकारी देते हुए ट्रस्टी हिम्मत गेलड़ा ने बताया कि जन्म वाचन श्रवण कराने हेतु रतलाम में विराजित गणिवर्य कल्याण रतन विजय जी म. सा. के दो शिष्यों के विशेष रूप से पधारने पर पहले गुरु वंदन किया गया। जैसे ही गुरु जी के मुखाग्र से प्रभु के जन्म कल्याणक की घोषणा हुई चारों ओर खुशी का वातावरण होकर केसरिया चावल उड़ाकर जय जयकार होने लगी। अक्षत वर्षा कर प्रभु को पालने में झुलाया गया। समाज जन एक दूसरे से प्रेम का आदान-प्रदान करते हुए खुशी से मिले। बाद में प्रभु की आरती व मंगल दीवा की आरती की गई। पालना जी में विराजित प्रभु की भूपेंद्र राजावत के निवास पर रात्रि जागरण करते हुए प्रभु भक्ति की गई। इस अवसर पर अलकापुरी महिला मंडल परिवार सहित बड़ी संख्या में समाजजन ने धर्म लाभ प्राप्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में शैलेष बोहरा, विजय बोहरा, अरिहंत कोठारी, अंकित गेलड़ा, अंकुश गेलड़ा, वीरेंद्र चोपड़ा, पुखराज चंडालिया,राजेश मेहता, अभिषेक कर्नावट आदि का सराहनीय सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन अखिलेश जैन द्वारा किया गया।