महाश्रमण श्री सुमन मुनिजी इतिहास प्रिय संतरत्न थे – सुनील सांखला

बेंगलुरु । श्री श्वेताम्बर स्थानकवासी बावीस संप्रदाय जैन संघ ट्रस्ट के तत्वावधान में रविवार दिनांक 22-11-2020 को श्री गुरु गणेश जैन स्थानक, गणेश बाग, बेंगलुरु में प्रवर्तक महाश्रमण पूज्य श्री सुमन मुनिजी महाराज का गुणानुवाद सभा आयोजित किया गया। श्रमण संघीय उत्तर भारतीय प्रवर्तक महाश्रमण पूज्य श्री सुमनमुनिजी महाराज का 84 वर्ष की उम्र में एवं 70 वर्ष के दीर्घ संयम पर्याय के पश्चात दिनांक 20 नवम्बर को रात 1 बजे लुधियाना पंजाब देवलोक गमन हो गया है। रात को 12:15 बजे भंडारी श्री सुमन्तभद्र जी बाबाजी महाराज ने उनको संपूर्ण संथारा करवाया था। करीब 45 मिनट के संथारे के साथ वे इस शरीर को परिवर्तन कर अपनी अग्रिम यात्रा पर महाप्रयाण कर गए। उनके अंतिम संस्कार 21 नवम्बर मध्य: 2-30 बजे लुधियाना में किया गया। जैन कांफ्रेंस के राष्ट्रीय मंत्री सुनील सांखला जैन ने श्री सुमन मुनिजी महाराज के जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि श्री सुमन मुनिजी महाराज के सानिध्य में ही सन 1995 में श्री गुरु गणेश जैन स्थानक, गणेश बाग, बेंगलुरु का उदघाटन हुआ और नए स्थानक में प्रथम चातुर्मास आपश्री के द्वारा ऐतिहासिक आध्यात्मिक चातुर्मास संपन्न हुआ जिसमे अनेक विशेष आयोजन जैसे संस्कृत प्रकृत विद्वानों के दो दिवसीय गोष्टी, विशाल दो दिवसीय युवा सम्मलेन, गुरु गणेश जैन ग्रंथालय की स्थापना हुई। सुनील सांखला जैन ने बताया कि आपश्री इतिहास प्रिय संत रत्न थे, आपने जैन धर्म के इतिहास का सांगोपांग विहंगावलोकन किया। आपश्री को इतिहास केसरी से अलंकृत भी किया गया। आप सहृदयता, करुणाशील, प्रशांत चेता, स्पष्ट वक्ता, प्रखर व्याख्यानी, एकता के प्रबल सूत्रधार, कठोर अनुशास्ता, दीर्घसंयमी संत थे। आप साहित्य प्रेमी एवं लेखक भी थे। गणेश बाग श्री ऐसे महापुरुष सदैव स्मरणार्थ रहेंगे एवं श्री संघ कि और से श्रद्धा के सुमन अर्पित करता है एवं सकल संघ हार्दिक श्रद्धांजलि भावांजलि विनयांजलि अर्पित करता है। उनका आशीर्वाद सदैव श्रमण संघ पर बना रहे। इस अवसर पर गणेश बाग श्री संघ के अध्यक्ष लालचंद मांडोत, मंत्री सम्पतराज मांडोत, कार्यकारिणी सदस्य एवं सदसयगण उपस्थित थे।