जैन श्वेतांबर खरतरगचछ श्री संघ द्वारा मणिधारी दादा गुरुदेव की जन्म जयंती बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाई

इस प्रसंग पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन

रतलाम। श्री जैन श्वेतांबर खरतरगच्छ श्री संघ के तत्वाधान में परम पूज्य मणिधारी दादा गुरुदेव श्री जिनचंद सुरेश्वरर्जी म,सा की 884 जन्म जयंती बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाई गई। इस पावन अवसर पर प्रातः नवकारसी के पश्चात रथ यात्रा आनंद भवन उपाश्रय से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गो से घूम कर श्री फूल कुंवर बाई उपाश्रः पर पहुंचकर धर्म सभा में परिवर्तित हो गई।
जहां पर परम पूज्य दादा गुरुदेव के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन नवकारसी व दादा गुरुदेव पूजन के लाभार्थी परिवार श्री सुरेंद्र सिंह साहिल सिंह मेहता,अशोक चोपड़ा कांतिलाल चोपड़ा,मनोहर छाजेड़ ने किया। गुणानुवाद सभा में हेमंत बोथरा, अशोक चोपड़ा ,एवं कांतिलाल चोपड़ा ,ने दादा गुरुदेव की व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए जिनशासन की सेवा में उनके द्वारा किए गए महान योगदान का भाव पूर्ण वर्णन किया। उन्होंने बताया कि 1,132000 नूतन जैन बनाकर जैनत्व प्रधान कर जैन संस्कारों में दीक्षित करने वाले दादा गुरुदेव के हमारे ऊपर अनंत उपकार है। दादा गुरुदेव के बदौलत ही हमें जैन कुल प्राप्त हुआ है। सर्व समाज में एकत्व की भावना एवं प्राणी मात्र में के प्रति करुणा भाव का संदेश उन्होंने दिया है। इसके पश्चात राजेंद्र सिंह कोठारी ने भावपूर्ण स्तवन प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर जैन श्वेतांबर खरतरगचछ संघ के अमित नाहटा परिवार की ओर से स्व. धीरज नाहटा राजेंद्र लोढ़ा की पावन स्मृति में श्री फूल कुवंरबाई उपसंहारे में रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में युवा संघ के कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
गुरु दादा गुरुदेव के जन्म जयंती के प्रसंग पर अमृत सागर तालाब के किनारे स्थित दादावाड़ी में संगीतमय पूजन विचक्षण महिला मंडल द्वारा पढ़ाई गई। जिसमें बड़ी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित थे। इससे पूर्व समाजजन का स्वामी वात्सल्य आनंद भवन उपाश्रय पर रखा गया। उक्त जानकारी राजेंद्र कोठारी पूर्व नगर निगम पीआर ओ ने दी।