रतलाम । नेत्रम संस्था की सक्रियता से दो नेत्रदान सम्पन्न हुए। नेत्रम संस्था के ने बताया कि किसी भी परिवार में निधन की सूचना मिलते ही संस्था के सदस्य सक्रिय हो जाते है एवम परिजनों को नेत्रदान (कार्निया) दान करने की प्रेरणा देते रहते है।
पहला नेत्रदान दिनांक 19/09/2024 को कस्तूरबा नगर निवासी अशोक कुमार जैन का स्वर्गवास होने पर गिरधारी लाल वर्धानी ने परिजन को नेत्रदान (कार्निया) दान करने की प्रेरणा दी। परिजनों की सहमति मिलते ही से नेत्रम संस्था द्वारा गीता भवन न्यास बडनगर को सुचित किया। दूसरा नेत्रदान 20/09/2024 को अलकापुरी निवासी जतन बाई मालवी का स्वर्गवास होने पर आशीष काबरा,राकेश नेमानी ने परिजन को नेत्रदान (कार्निया) दान करने हेतु प्रेरित किया। परिजनों की सहमति मिलते ही नेत्रम संस्था द्वारा गीता भवन के ट्रस्टी, नेत्रदान प्रभारी डॉ. जी.एल. ददरवाल (कुमावत) को सूचित किया दोनो ही नेत्रदान की सूचना प्राप्त होते ही वे अपनी टीम, न्यास कर्मचारी परमानन्द को साथ लेकर तत्काल में रतलाम पहुच कर नेत्रदान की प्रक्रिया पूर्ण कर सफलता पूर्वक नेत्रदान लिया। नेत्रदान के दौरान हेमन्त मूणत, नवनीत मेहता, ओमप्रकाश अग्रवाल, शीतल भंसाली, प्रशान्त व्यास,गिरधारी लाल वर्धानी, गोपाल पतरा वाला,शलभ अग्रवाल, भगवान ढालवानी, मीनू माथुर ,सुरेश पाटीदार सिद्दार्थ पंड्या भूपति चौबे उपस्थित रहे। नेत्रम संस्था रतलाम ने कृतज्ञता प्रकट करते हुए जैन व मालवी (जैन) परिवार रतलाम को धन्यवाद व्यक्त किया।