रतलाम । अणुव्रत अनुशास्ताआचार्य श्री महाश्रमण जी की सु शिष्या साध्वी श्री पुण्य प्रभा जी के सानिध्य में सेठ जी का बाजार स्थित तेरापंथ सभा भवन में आचार्य श्री तुलसी का 111वाँ जन्म दिवस मनाया गया। उपस्थित जन्मदिनी को संबोधित करते हुए साध्वी श्री जी ने कहा कि 20 वि सदी के काल के भाल पर स्वर्णिम आलेख का सृजन करने वाले महापुरुष हुए आचार्य श्री तुलसी। जिन्होंने अणुव्रत आंदोलन का सूत्रपात किया एक ऐसा आंदोलन जिसका वास्ता सिर्फ इंसान की इंसानियत से था जब देश मस्ती से आज़ादी के गीत गा रहा था उस समय किसी का भी ध्यान देश के चारित्रिक उत्थान पर नहीं गया ऐसे समय पर आचार्य श्री तुलसी ने अणुव्रत का शंखनाद किया।
उन्होंने आगे कहा कि अणुव्रत का लक्ष्य जनसाधारण में नैतिक निष्ठा पैदा करना है धर्म,स्थान और कर्म स्थान में जो विसंगतिया है उनको दूर करना तथा अणुव्रतों के छोटे-छोटे नियमों के द्वारा सामाजिक समस्याओं का समाधान करना उन्होंने उम्र के नौवें दशक में भी अविरल श्रम कर गण के भंडार को भरा। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वी वृंद द्वारा तुलसी अष्टकम से किया गया साध्वी श्री जिनय शाह जी साध्वी वृंद उपासिका प्रेमलता मांडोत अणुव्रत समिति अध्यक्ष ज्योति पीपाड़ा महिला मंडल अध्यक्ष अनीता मांडोत,साक्षी दख, सोनिया कोटडिया, पुनीत भंडारी,रवि दख आदि में भी अपने भावों की अभिव्यक्ति के साथ अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन सभा मंत्री मनीष बारबेटा ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाज जन उपस्थित थे।