रतलाम । आज ग्राम मोरवानी में बिरसा मुंडा जयंती हर्ष उल्लास एवं उत्साह के साथ श्रद्धापूर्वक मनाई गई। सर्वप्रथम बिरसा मुंडा, टंट्या भुल, महाराणा पूजा भील , डॉ भीमराव अंबेडकर के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर पूजा अर्चना की गई। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती गीता भाभर (सरपंच)ग्राम पंचायत मोरवानी द्वारा की गई। आदिवासी एकता परिषद, अखिल भारतीय भील समाज ,जय आदिवासी युवा शक्ति ,आदिवासी छात्र संगठन ,महाराणा पूजा जनकल्याण संगठन ,वीर एकलव्य आदिवासी सामाजिक सेवा संस्था रतलाम एवं समस्त सामाजिक संगठनों के संयुक्त तत्वाधान में बिरसा मुंडा जयंती मनाई गई। इस अवसर पर धरती अंबा सूर्यक्रांति बिरसा मुंडा के जीवन, जीवन पथ ,जीवनगाथा, पद चिन्हो, गौरवगाथा ,गौरव सौर्यगाथा,के ऊपर सभी अतिथियों ने प्रकाश डाला तथा धरती अंबा बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर सन 1875 में उलीहुत गाँव खूंटी रांची झारखंड मैं हुआ उनके पिता का नाम सुगन मुंडा वह माता का नाम कमी बाई था। महज 25 वर्ष की अल्प आयु में 9 जून 19 00 को उन्होंने अंतिम सांस लेते हुए अमर शहीद हो गए। वह उन्होंने जीवन पर्यंत अपने स्वतंत्रता संग्राम जारी रखा तथा अंग्रेजों अंग्रेजों से लोहा लेते रहे और प्रकृति एवं पर्यावरण ,जल ,जंगल ,जमीन के संरक्षण उलगुलाल करते रहे ।वेअन्याय,अत्याचार ,व्यभिचार, दुराचार, शोषण के खिलाफ संघर्ष करते रहे । ऐसे महान सूर्य क्रांति बिरसा मुंडा को कोटि-कोटि भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते रहेगे। इस अवसर पर बुजुर्ग श्रीमती कमलाबाई लालू भाई गरवाल का जामुन का पौधा एवं फूलों का गुलदस्ता भेंट कर सम्मान किया गया तथा प्रकृति एवं पर्यावरण के संरक्षण के लिए 10000 पौधे लगाने का संकल्प लिया ।मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि नागजी भाभर ,लाल गरवाल ,कैलाश गामड़ ,पूनम चंद गामड़ ,पीरु लाल गामड़ ,मुकेश सिंगाड, राम सिंगाड, विशेष अतिथि शंकर लाल गरवाल, रूपेश सिंगाड, तेलागामड, धर्मेंद्र सिंगार ,जितेंद्र सिंगार, दिनेश गरवाल ,रामलाल सिंगार,कमलाबाईगामड़ ,मीरा बाई गामड़ ,रुद्र हाडा ,पीयूष सिंगाड़, सुमन सिंगार ,विजय हाडा, रोशनी सिंगार, महेश गरवाल, सचिनहाडा, मनिषागरवाल, रविनासिगाड, समाजसेवी, सामाजिक कार्यकर्ता सूरतलाल डामर आदि बड़ी संख्या मे समाजजन उपस्थित थे।