महक कला साहित्य एवं सांस्कृतिक मंच रतलाम के तत्वाधान में काव्य रस धारा का आयोजन सम्पन्न

रतलाम । नगर की अग्रणी संस्था महक कला साहित्य एवं सांस्कृतिक मंच रतलाम के तत्वाधान में काव्य रस धारा का आयोजन होटल स्वाद में  सम्पन्न  हुआ । जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय आशु कवि के.पी.एस. चौहान एवं मुख्य अतिथि सुश्री कविता चौहान इंदौर रही ।
इस अवसर पर महक काव्य संस्था द्वारा राष्ट्रीय आशु कवि के.पी.एस. चौहान को मालव रत्न से सम्मानित किया गया वहीं कविता चौहान का प्रधानमंत्री जी द्वारा दिए गए प्रशंसा पत्र के बारे में जानकारी संस्थापक मोडीराम सोलंकी (एकांत) द्वारा दी गई । इस काव्य रस धारा में नगर के वरिष्ठ एवं नवोदित साहित्यकारों, कवियों द्वारा काव्य रसधारा प्रवाहित की गई । इस काव्य रस धारा में कविद्वय आशीष दशोत्तर ने कहा कि सारी दुनिया को वही भाता है जो दिल के करीब लाता है। दिलीप जोशी ने कहा इम्तेहा न इश्क में रस, जुल्मो सितम देवे, तुझे करना जरूरी था मुझे सेहना जरूरी था। कैलाश वशिष्ठ बहुत लुभाया महक ने, महक रहे थे लोग। के.पी.एस. चौहान के स्वागत का था योग । मालवी, हास्य और रस गाये न्यारे । सुश्री कविता चौहान कवियत्री ने था पाया, मोदी का संदेश सभी को बहुत लुभाया। एकात सोलंकी – जय भारत वंदे मातरम, जय बोलो वंदे मातरम  ।
इसके अलावा अशोक अग्रवाल, रामचन्द्र फुहार, सुभाष यादव, चंचल सिलावट, मुकेश सोनी, विनोद झालानी, संजय परसाई, गौरीशंकर खिंची,  रणजीतसिंह राठौर, श्याम सुंदर भाटी आदि साहित्यकारों द्वारा गीत गजल कविताओं का पाठ किया गया ।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। इसके पश्चात अतिथियों का स्वागत किया गया।
आयोजित काव्य रस धारा कार्यक्रम में भूपेन्द्र सिंह राठौर पूर्व डी.एस.पी., पूरन चोथयानी, प्रकाशचन्द्र व्यास, दिनेश राजपुरोहित, नरेन्द्र पंवार, नरेन्द्र डोडियार, लक्ष्मण पाठक सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आशीष दशोत्तर एवं आभार जगदीश हरारिया द्वारा व्यक्त किया गया।