जलप्रदाय के संदर्भ में मोबाइल नंबर आम जनता के लिए जारी करें जिससे उन्हें संतोषप्रद जवाब मिल सके
जावरा । तकनीकी खराबी के कारण या पाइपलाइन फूट जाने के कारण आज जलप्रदाय नहीं किया जाएगा का संदेश ध्वनि विस्तार के माध्यम से या समाचार पत्र के माध्यम से जब सुबह-सुबह सुनते हैं तो आदमी का मूड खराब हो जाता है। लेकिन किसकी गलती से हुआ और ऐसी परिस्थितियों क्यों बनती है इसका कभी मंथन नहीं किया गया। आम जनता परेशान होती रहती है।
उक्त आरोप लगाते हुए सामाजिक कार्यकर्ता अभय सुराणा ने कहा की मलेनी नदी में पर्याप्त पानी है लेकिन नलों में पानी कितना आ रहा है, कैसा आ रहा है, इस और ध्यान नहीं है। नगर पालिका में जलकल विभाग में भी कर्मचारियों की लंबी फौज है तथा इंजीनियर बैठे हुए हैं, पाइपलाइन जमीन से कितने नीचे हैं तथा अगर किसी कारण से खुदाई हो रही है तो नगरपालिका का एक कर्मचारी वहां पर क्यों नहीं है, और अगर पाइपलाइन फूट गई है तो जिसने भी सड़क या साइड को खोदा है उसके एग्रीमेंट में लिखा रहता है कि उसकी मरम्मत तत्काल कराई जाएगी। लेकिन कोई ध्यान देने वाला नहीं है संबंधित अधिकारी आम जनता को जो परेशानी हो रही है उनके मोबाइल तक भी रिसीव नहीं किए जाते हैं और नहीं कोई संतोषप्रद जवाब दिया जाता है।
सुराणा ने बताया कि चौपाटी क्षेत्र में कुछ कॉलोनीयो में ऊंचाई अधिक होने की वजह ना तो प्रेशर से पानी मिल पा रहा है और नहीं पूरा समय पानी आता है। आज भी जहां 50 मिनट नल आते हैं वह मात्र 20 मिनट पानी आया और वह भी बहुत कम प्रेशर से। नगर पालिका को पदाधिकारी और अधिकारियों को स्पष्ट करना चाहिए कि टंकी से पानी की सप्लाई कितने टाइम की रहती है।इससे जनता परेशान हो रही है इस संदर्भ में सुराणा ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी से मांग कि है कि वह जलप्रदाय के संदर्भ में मोबाइल नंबर व संबंधित अधिकारी या कर्मचारी का नाम आम जनता के लिए जारी करें जिससे उन्हें संतोषप्रद जवाब मिल सके तथा भविष्य में अगर कभी ऐसी परेशानी आए तो उसे दिन सुबह पानी न देकर शाम को पानी दिया जाए ताकि शेड्यूल भी ना बिगड़े और जनता को पानी भी मिल सके।
इसके साथ ही यह परंपरा सी बना दी गई है एक दिन छोड़कर नल आएंगे ऐसा क्यों किया जा रहा है, जबकि उपभोक्ता से भुगतान पूरे वर्ष का लिया जाता है।