विवाह समारोह के पूर्व प्रभु भक्ति, साधर्मिक भक्ति, निराश्रित भक्ति और मूक पशुओं की भक्ति
रतलाम । आधुनिक समाज में विवाह समारोह केवल इवेंट बनकर रह गए है, जँहा पर आत्मियता नगण्य हो गई है। परम्पराए खत्म होती जा रही है और दिखावा बढ़ता जा रहा है।
ऐसे माहौल में कभी कभी कोई विवाह समारोह दिल को सकुन देने वाला होता है तो उसकी चर्चा आवश्यक हो जाती है। रतलाम निवासी जैन समाज के युवा सामाजिक कार्यकर्ता एवं अखिल भारतीय जैन अल्पसंख्यक महासंघ के राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री सौरभ भंडारी और उनके समधि प्रवर श्री सुभाष जी मूणत परिवार ने ऐसा ही विवाह समारोह आयोजित किया जिसमें प्रिशा भण्डारी का विवाह सम्यक मूणत के संग हुआ।
प्रभु भक्ति के अंतर्गत बाबा साहब के मंदिर में स्नात्र पूजन महोत्सव, साधर्मिक भक्ति के अंतर्गत नगर के समस्त वर्षीतप आराधकों के पारणे विवाह स्थल पर करवाए गए एवं वर वधु द्वारा समस्त तपस्वीयों के पाद-प्रक्षालन कर आशीर्वाद प्राप्त किया गया।
निराश्रित भक्ति के अंर्तगत वृद्धाश्रम में वृद्ध जनों को भोजन एवं फल का वितरण किया गया एवं मूक पशुओं के भक्ति स्वरूप गौशाला में मूक अबोल पशुओं को लापसी एवं हरी घास आदि से गौ सेवा की गई। उपरोक्त सभी आयोजनों में वर वधु, परिवारजन एवं ईष्ट मित्र शामिल हुए।
इस प्रकार भण्डारी एवं मूणत परिवार ने विवाह समारोह की चकाचौंध के साथ ही धार्मिक सामाजिक, परम्पराओं का बहुत ही गरिमामय तरीके से निर्वहन किया। पूर्व में भी भंडारी परिवार में आयोजित विवाह आयोजन में इस तरह के सेवा कार्य कर शहर को नई पहचान दे चुके हैं ।
इस विवाह आयोजन में महाराष्ट्र सरकार के जैन अल्पसंख्यक आर्थिक महामंडल के अध्यक्ष श्री ललित गांधी (राज्य मंत्री दर्जा), भारत सरकार के जीव जंतु कल्याण बोर्ड के सदस्य गिरीश भाई शाह, महाराष्ट्र बीजेपी जैन प्रकोष्ठ के अध्यक्ष संदीप भंडारी, मध्य प्रदेश भाजपा के कार्य समिति सदस्य श्री के के सिंह कालूखेड़ा, समस्त महाजन के ट्रस्टी देवेंद्र जैन, नागेश्वर तीर्थ पेढ़ी के सचिव धर्मचंद जैन, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष विप्लव जैन, नीमच नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष राकेश जैन पप्पू, जावरा नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष अनिल दसेड़ा, मालवा महासंघ के राजेश मानव, अनिल देसरला सहित कई सामाजिक एवं राजनीतिक हस्तियों ने वर वधु के सुख में जीवन के लिए आशीर्वाद प्रदान किया उक्त जानकारी अजय खमेसरा ने प्रदान की ।