किसी को अपने विचारों में कमजोर मानना अपने सद्गुणों को नष्ट करने के समान है – राष्ट्र संत कमल मुनि जी कमलेश

मुंबई सफाला गुरु पुष्कर जैन स्थानक भवन 4 दिसंबर 2024 । किसी को नीचा मानना, नीचा दिखाने की कोशिश करना उनके साथ दुर्व्यवहार करने वाला सबसे अधम और नीच है । उक्त विचार राष्ट्र संत कमल मुनि जी कमलेश ने संबोधित करते कहा कि किसी को अपने विचारों में कमजोर मानना अपने सद्गुणों को नष्ट करने के समान है ।
उन्होंने कहा कि हनुमान को हर वस्तु में राम नजर आते थे हम को भी प्रत्येक जीव के अंदर सिद्धात्मा के दर्शन होने चाहिए । मुनि कमलेश ने बताया कि जो जैसा जिस वस्तु का चिंतन करता है सोचता है जैसा बोलता है वैसे भावों का निर्माण अंदर में होता है वैसा ही आचरण करता है। राष्ट्र संत ने कहा कि बाहरी वस्तु निमित्त मात्र है उसको देखने के बाद हमारे विचारों में पवित्र भाव आते हैं तो शुभ कर्मों का बंधन होगा भाव मालिन होते हैं तो आत्मा का पतन होता है ।
जैन संत ने कहा कि वस्तु को दोष देना बंद करें वस्तु अच्छी बुरी नहीं होती है अपना नजरिया बदले, सोच बदले, तो कदम कदम पर जीवन तीर्थ हो जाएगा नहीं तो धर्म भी हमारे लिए नर्क बन जाएगा। तपस्वी घनश्याम मुनि जी की तीसवी शिक्षा जयंती के उपलक्ष में श्री वर्धमान स्थानक वासी जैन श्रावक संघ सफाला ने मुनि कमलेश की प्रेरणा से श्री शांतिनाथ गुरु पुष्कर पक्षी विहार का शुभारंभ किया, दानदाताओं ने मुक्त हाथों से दान दिया।

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