रतलाम 3 दिसंबर। परम पूज्य गणिवर्य कल्याणरत्न विजय जी म. सा. की निश्रा में मुमुक्षु उर्वी कुमारी मेहता 14 दिसंबर को भगवती दीक्षा ग्रहण करने जा रही है। इस प्रसंग पर शांतिलाल लल्लू जी मेहता परिवार द्वारा तीन दिवसीय आत्म कल्याण उत्सव के दूसरे दिन उनके निवास स्थान से भव्य वर्षीदान यात्रा निकाली गई। प्रातः सभी समाजजन, इष्ट मित्र, रिश्तेदार सैंकड़ो की संख्या में लाभार्थी मेहता परिवार के निवास स्थान पहुंचना शुरू हो गए। वहां पर परम पूज्य गणिवर्य कल्याणरत्न विजय जी म. सा. एवं साध्वी जी भगवंत की भव्य अगवानी की गई एवं बहुत ही उत्साह एवं धार्मिक वातावरण में वर्षीदान यात्रा प्रारंभ हुई। सबसे आगे इन्द्रध्वजा चल रही थी। उसके पीछे आदिवासी नृत्य मंडली एवं सुसज्जित सात अश्वों पर युवजन धर्म पताका लिए हुए चल रहे थे। तीन सुसज्जित बग्गियों पर लाभार्थी परिवारजन सबका अभिवादन स्वीकार कर रहे थे।
कल्पतरु महिला मंडल की श्राविकाएं सिर पर कलश धारण किए हुए चल रही थी। सुमधुर संगीत के साथ समाजजन द्वारा पूज्य गणिवर्य कल्याणरत्न विजय जी म. सा. का आशीर्वाद प्राप्त किया जा रहा था। दीक्षार्थी अमर रहे के नारे गुंजायमान हो रहे थे। जगह-जगह गहुंली की गई। गुरु भगवंत के पीछे सैकड़ो की संख्या में समाज जन दीक्षार्थी की जय जयकार करते चल रहे थे, जिनमें अशोक लुनिया, हिम्मत गेलड़ा, पप्पू मुंबई वाला, राकेश सकलेचा, राजेंद्र लुनिया, राजेश गांधी, पारस मूणत, जीवन पितलिया, विनोद मेहता, अशोक चोपड़ा, जितेन्द्र चोपड़ा, विजय सुराणा, सुनील पारख, जितेन्द्र लुनिया, मुकेश गांधी, नरेंद्र बनवट, अमृत जैन, योगेश जैन, संजय भंडारी, अश्विन भाई, लोकेश मेहता, प्रकाश मूणत आदि विभिन्न जैन संघ के पदाधिकारी एवं समाजजन उपस्थित रहे। पीछे सुबुद्धि महिला मंडल की श्राविकाएं प्रभु की माता को आए 14 स्वप्न के स्वर्ण कलश सिर पर धारण किए हुए चल रही थी। उसके पीछे सुसज्जित गाड़ी पर प्रभु विराजमान रहे। ढोल पार्टी की धुन पर युवाजन भाव विभोर होकर नृत्य कर रहे थे। दीक्षार्थी कुमारी उर्वी मेहता सुसज्जित गाड़ी पर अपने दोनों हाथों से रास्ते भर वर्षीदान कर रही थी, जिसका साथ माता-पिता श्रीमती मंजू मेहता एवं महावीर मेहता तथा दोनों बहन रिया एवं जिया मेहता द्वारा दिया जा रहा था। वर्षीदान यात्रा हटीराम दरवाजा, कलाईगर रोड, घास बाजार, चौमुखीपुल, न्यू क्लॉथ मार्केट, धानमंडी, गणेश देवरी, बजाज खाना, चांदनी चौक होते हुए हनुमान मंडी पर पहुंची जहां परम पूज्य गणिवर्य कल्याणरत्न विजय जी म. सा. द्वारा उपस्थित समाज जनों को मांगलिक श्रवण कराया ।