रतलाम 24 दिसंबर। पूज्य आचार्य देव श्रीमद् विजय रत्नसेन सुरीश्वर जी म. सा. के शिष्य रत्न, आध्यात्मिक रसिक, परम समाधि साधक, पूज्य मुनिराज श्री कीर्ति रत्न विजय जी म. सा. की सातवीं पुण्यतिथि पर आराधना भवन सेवा समिति द्वारा कसेरा मांगलिक भवन पर गुणानुवाद सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित श्रावक श्राविकाओं द्वारा नवकार मंत्र एवं शंखेश्वर पार्श्वनाथ प्रभु के जाप किए गए। आराधना भवन श्री संघ अध्यक्ष अशोक लुनिया, सचिव हिम्मत गेलड़ा, आराधना भवन सेवा समिति संरक्षक मुकेश गांधी, अध्यक्ष नरेंद्र घी वाला, सचिव संजय पारख, पूर्व अध्यक्ष जयंतीलाल कटारिया एवं कमल मूणत द्वारा गुणानुवाद किया गया। पूज्य गुरुदेव कीर्ति रत्न विजय जी महाराज साहब का जिनका अंतिम ऐतिहासिक चातुर्मास वर्ष 2017 में रतलाम में संपन्न हुआ था एवं यहां से विहार के बाद आपका देवलोक गमन हो गया था । अतः पिछले 7 वर्षों से लगातार उनकी स्मृति को याद किया जाता रहा है। इस अवसर पर रतलाम में विभिन्न जैन मंदिरों में प्रभु की आकर्षक अंगरचना कर सजावट की गई। गुणानुवाद सभा में विमल जैन, सुरेंद्र भरगट, जयेश लुक्कड़, प्रदीप पीपाड़ वाला, राकेश मेर, गोपाल श्रीश्रीमाल, विजय मेहता, शांतिलाल पावेचा आदि बड़ी संख्या में श्रावक श्राविकाएं उपस्थित रहे।