किशोर न्याय अधिनियम के अन्तर्गत विधि का उल्लंघन करने वाले एवं देखरेख संरक्षण से वंचित किशोरों के परिवारों का जागरूकता अभियान सम्पन्न

उज्जैन | जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्री गौतम अधिकारी के नेतृत्व में और आईसीपीएस विभाग के सहायक संचालक श्री साबिर अहमद सिद्धिकी के मार्गदर्शन में किशोर न्याय अधिनियम के अन्तर्गत विधि का उल्लंघन करने वाले एवं देखरेख संरक्षण से वंचित किशोरों के परिवारों को जागरूकता अभियान के तहत देवाशिष नगर बागपुरा माधव क्लब रोड छुमछुम बाबा की दरगाह आदि क्षेत्रों में बुधवार 23 दिसम्बर को जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम जिन क्षेत्रों में आयोजित किये गये, उन क्षेत्रों में विधि का उल्लंघन करने वाले बालकों के प्रकरण प्राप्त होते रहे हैं एवं देखरेख संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों का हॉटस्पाट चिन्हांकन किया गया।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्री गौतम अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रमों में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री लोकेन्द्र शर्मा ने उपस्थित क्षेत्रीय लोगों को अवगत कराया कि अपने आसपास में रहने वाले बालक-बालिकाओं से अपने बच्चों जैसा व्यवहार करें। जिस तरह हम अपने बच्चों को अनुशासन में रखते हैं, उसी तरह मोहल्ले में रहने वाले बच्चों से भी अपने बच्चों की तरह ही अनुशासित व्यवहार करें, ताकि बच्चे गलत संगत में न पड़े। बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखी जाये। यदि लगता है कि बच्चा और परिवार को समझाने से कोई उनसे लड़ाई-झगड़ा या विवाद करता है तो वह बच्चे के सर्वोत्तम हित को ध्यान में रखते हुए चाईल्ड लाइन को जानकारी दे सकते हैं, ताकि बच्चे के सम्बन्ध में कार्यवाही की जा सके।
बाल संरक्षण अधिकारी श्रीमती अमृता सोनी ने इस दौरान कहा कि बालक-बालिकाओं को शिक्षा ग्रहण करने हेतु प्रेरित किया जाये और अभिभावक इस बात का ध्यान रखें कि बालक घर से स्कूल के लिये निकल रहा है तो वह निरन्तर स्कूल जा रहा है कि नहीं, पर भी नजर रखी जाये। बालक से मित्रवत व्यवहार करें, ताकि वह अपनी हर बात आपसे साझा कर सके। मोबाइल का अगर बालक उपयोग कर रहा है तो उसके मोबाइल के उपयोग पर भी नजर रखी जाना चाहिये। सामाजिक कार्यकर्ता श्री संतोष पंवार ने अधिनियम के तहत फोस्टर केयर स्पाँसरशिप योजनाओं के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी। प्रधान आरक्षक श्री मंशाराम मुझाल्दे ने स्थानीय रहवासियों को निराश्रित बालक-बालिकाओं के ऊपर अपराध होने पर 100 डायल पर कॉल कर सूचना देने की समझाईश दी। इस अवसर पर महिला बाल विकास के अधिकारी-कर्मचारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, क्षेत्रवासी आदि उपस्थित थे।