नंद के अंगना में बज रही शहनाई, सौ सौ बार बधाई, ब्रज को लाखों बार बधाई

श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ : भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं तथा नंद उत्सव का सुंदर आयोजन किया गया

रतलाम। वर्तमान युग में छोटे-छोटे बच्चों को माताएं हैं मिट्टी में खेलने नहीं देती है। बच्चों को मिट्टी में खेलने देना चाहिए अगर बच्चे मिट्टी में खेलेंगे तो मजबूत तो होंगे ही साथ ही उनका पूर्ण रूप से मानसिक व शारीरिक विकास होगा। यह बात कालिका माता मंदिर परिसर सत्संग हॉल में गोयल परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान विदुषी अंजली जोशी बेटमा ने उपस्थित श्रद्धालुओं से कहीं।
उन्होंने इस दौरान भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं तथा नंद उत्सव का सुंदर वर्णन किया व भजन प्रस्तुत किया। नंद के अंगना में बज रही शहनाई सौ सौ बार बधाई ब्रज को लाखों बार बधाई जिस पर श्रद्धालु जमकर थिरके। उन्होंने कहा कि जब कंस के आदेश पर राक्षसी पूतना भगवान को स्तनों से विष पिलाने आई तो भगवान ने उसका वध कर दिया पूतना के वध के बाद जब उसके शरीर को टुकड़ों में बाँट कर जलाया गया तो वातावरण में सुगंध फैल गई थी इस तरह भगवान कृष्ण ने राक्षसी पूतना का उद्धार किया था । राधा रानी के प्राकट्य कथा का वर्णन करते हुए विदुषी अंजली जोशी ने कहा कि राधा रानी का जन्म भादो माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को भोर 4 बजे हुआ था राधा रानी का जन्म माता के गर्भ से नहीं हुआ था बल्कि वह वृष भानु की तपोभूमि से प्रकट हुई थी भगवान कभी भी सामान्य रूप से जन्म नहीं लेते हैं उनका प्रादुर्भाव होता है माना जाता है कि यमुना नदी में स्नान करते समय कीर्ति जी को कमल का फूल मिला था जिसमें एक छोटी सी बच्ची थी जिसके नेत्र बंद थे यही राधा रानी थी राधा रानी ने जन्म के एक वर्ष तक अपने नेत्र नहीं खोले थे तथा भगवान कृष्ण के द्वारा उनको छुने के पश्चात ही राधा रानी ने अपने नेत्र खोले थे तथा सबसे पहले कृष्ण को देखा था। उन्होंने कहा कि भगवान भक्तों के मन में प्रेम भाव जगाने के लिए लीलाएं करते हैं उन्होंने कहा कि भागवत कथा पूर्व जन्म के पुण्य का फल है हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें ऐसी भारत भूमि में जन्म मिला है जहां सत्य सनातन धर्म कण-कण में व्याप्त है उन्होंने कहा कि भगवान भक्तों व संतो के लिए लीलाएं करते हैं व अवतार लेते हैं परमात्मा जन्म लेकर भी अजन्मा है क्योंकि उनका प्राकट्य होता है। कथा के दौरान गोवर्धन पूजा भी की गई तथा भगवान को 56 प्रकार के पकवानों का भोग लगाया गया । उक्त जानकारी देते हुए राकेश पोरवाल ने बताया कि विदुषी अंजली जोशी का स्वागत पूजन मुख्य यजमान दिलीप गोयल, कुमुद गोयल ने किया इस अवसर पर सेंट्रल गवर्नमेंट एवं रेलवे पेंशनर्स एसोसिएशन के जय शर्मा, रमा श्रीवास्तव, विश्वजीत टंडन, अजय चौहान, महेश ओझा, विक्रम सिंह राजावत, शिवकुमार श्रीवास्तव, बृजेश सक्सेना, हरीश बिंदल, आरके अग्रवाल, बीके पाठक कालिका माता सेवा मंडल ट्रस्ट के मोहनलाल भट्ट ने दिलीप गोयल परिवार का अभिनंदन व सम्मान किया ।संचालक कैलाश व्यास ने किया अंत में आरती का प्रसादी वितरित की गई।