रतलाम । कलेक्टर श्री गोपालचंद्र डाड ने मंगलवार को रतलाम के समीप जुलवानिया ट्रेंचिंग ग्राउंड जाकर निरीक्षण किया। कलेक्टर ने रतलाम शहर से निगम वाहनों द्वारा घरों से उठाकर ले जाए जाने वाले कचरे के जुलवानिया में किए जा रहे निष्पादन की व्यवस्था का जायजा लिया। निष्पादन के लिए संचालित ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण केंद्र की कार्यप्रणाली से अवगत हुए। कंसलटेंट श्री प्रतीक मिश्रा ने जानकारी प्रदान की। इस दौरान निगम आयुक्त श्री सोमनाथ झारिया, कार्यपालन यंत्री श्री जी.के. जायसवाल, श्री सुरेश व्यास, सहायक यंत्री श्री श्याम सोनी, स्वास्थ्य अधिकारी निगम श्री ए.पी. सिंह, उपयंत्री श्री राजेश कुमावत आदि उपस्थित थे।
जुलवानिया ट्रेंचिंग ग्राउंड में निर्मित ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण केंद्र पर घरों से लाए गए सूखे तथा गीले कचरे को पृथक-पृथक किया जाता है। कलेक्टर श्री डाड ने कचरे के पृथक्करण की प्रक्रिया का निरीक्षण किया। प्रसंस्करण केंद्र पर कचरे से प्रति 2 माह में 8 से 9 टन जैविक खाद तैयार की जा रही है जो नागरिकों व किसानों के लिए मात्र 1 रूपए प्रति किलोग्राम की दर पर उपलब्ध है। यहां सूखे कचरे को 56 प्रकार से पृथक-पृथक किया जा रहा है। यह कार्य कचरा बिनने वाले व्यक्ति करते हैं जिसे बेचकर वे आय अर्जित करते हैं। गीले कचरे से जैविक खाद बनाई जा रही है। इसके लिए एरोबिक कंपोस्टिंग विधि का इस्तेमाल किया जा रहा है जिसके तहत बायोकुलम कल्चर द्वारा गीले कचरे को जैविक उर्वरक में बदला जा रहा है। लगभग 50 से 60 दिनों में जैविक उर्वरक तैयार हो जाता है जो फसल, सब्जी की खेती में अत्यंत उपयोगी है। संयंत्र पर लगभग 60 मैट्रिक टन कचरा प्रतिदिन आ रहा है जिसके ठोस निष्पादन के समुचित प्रबंध किए गए हैं।
निर्माणाधीन श्वान बंध्याकरण केंद्र का निरीक्षण किया
कलेक्टर श्री गोपालचंद्र डाड ने जुलवानिया ट्रेंचिंग ग्राउंड परिसर में निर्माणाधीन श्वान बंध्याकरण केंद्र का निरीक्षण किया। लगभग 100 बाय 55 फीट आकार में निर्मित किए जा रहे केंद्र पर नगर के आवारा श्वानों को लाकर रखा जाएगा और बंध्याकरण किया जाएगा। इससे शहर के नागरिकों को श्वानों की परेशानी से मुक्ति मिलेगी।
मुखर्जी नगर में प्रधानमंत्री आवासों का निरीक्षण किया
कलेक्टर श्री गोपालचंद्र डाड जुलवानिया ट्रेचिंग ग्राउंड निरीक्षण के पश्चात मुखर्जी नगर पहुंचे। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नगर निगम द्वारा मुखर्जी नगर में निर्मित कराए गए आवासों का निरीक्षण कलेक्टर द्वारा किया गया। मुखर्जी नगर में पीएम आवास योजना के तहत 36 ईडब्ल्यूएस आवास बनाए गए तथा 96 एमआईजी आवास बनाए गए हैं। कलेक्टर ने एमआईजी आवास बिल्डिंग के फ्लोरिंग कार्य पर असंतोष व्यक्त करते हुए निगमायुक्त को निर्देशित किया कि फ्लोरिंग को सुंदर स्वरूप दिया जाए, इमारत के साइड के हिस्से को भी बेहतर स्वरूप देने के निर्देश दिए।
कलेक्टर द्वारा बिल्डिंग में निगम द्वारा सुसज्जित किए गए डेमो फ्लैट का भी निरीक्षण किया गया। बताया गया कि एमआईजी आवास का मूल्य 22 लाख रुपए निर्धारित किया गया है जिसका आकार लगभग 982 स्क्वायर फीट है। बिल्डिंग के नीचे दुकानें भी बनाई गई हैं जिनके लिए भी मूल्य निर्धारित किया गया है। कलेक्टर द्वारा निगमायुक्त श्री झारिया को निर्देशित किया गया कि निगम द्वारा फ्लैट क्रय करने वाले व्यक्तियों के लिए रजिस्ट्री कार्य तत्काल करवाया जाए, इसमें ढिलाई नहीं बरते।