विवेक और सावधानीपूर्वक किया हुआ काम ही धर्म की परिधि में आता है – राष्ट्रसंत कमलमुनि कमलेश

जैन उपाश्रय में मुनिश्री ने वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाया

पाटडी जिला सुरेंद्रनगर जैन उपाश्रय 10 मई 2021 । लापरवाही और असावधानी धर्म का कट्टर शत्रु है इनका त्याग किए बिना धार्मिकता में प्रवेश नहीं हो सकता । उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने कोविड-19 वैक्सीन डोज समारोह को संबोधित करते कहा कि विवेक और सावधानीपूर्वक किया हुआ काम ही धर्म की परिधि में आता है ।
मुनि कमलेश ने बताया कि लाक डाउन में छूट मिलना इसका मतलब कोविड-19 समाप्त हो गया है यह सोचना भूल है । कोरोना का असर कम हुआ है समाप्त नहीं हुआ है ।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 को हराकर आने वाले योद्धाओं का परमात्मा की भांति सम्मान करना है उनसे छुआछूत करना हीन भावना से देखना महापुरुषों का अपमान करने के समान है ।
राष्ट्रसंत ने कोविड-19 के योद्धा डॉक्टर सफाई कर्मचारी सभी के सभी को मानवता के देवदूत बताया अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली की ओर से अभिनंदन किया गया ।
जैन संत ने बताया कि जनता के कोविड-19 के लिए फैली भ्रांतियों को दूर करके मानसिक रूप से लोगों को तैयार करना होगा । आज डॉक्टर टीम नगर पालिका चेयरमैन के प्रयासों से जैन उपाश्रय में आकर राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश, घनश्याम मुनि, गौतम मुनि, अरिहंत मुनि, कौशल मुनि, अक्षत मुनि सभी को वैक्सीन का दूसरा डोज लगाया । डॉक्टर मयूर परमार के नेतृत्व में कार्य संपन्न हुआ गुणवंत भाई शाह सुरेश भाई भावसार ने सभी का स्वागत किया।