युवा शक्ति कोरोना से मुक्ति अभियान का प्रारंभिक प्रशिक्षण संपन्‍न

रतलाम । मुख्‍य चिकित्‍सा एवं स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारी डा. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि राज्‍य स्‍तरीय अधिकारियों द्वारा युवा शक्ति कोरोना से मुक्ति अभियान का प्रशिक्षण वीडियो कॉन्‍फ्रेंस के माध्‍यम से प्रदान किया गया। जिले में जिला प्रशिक्षक के रूप में डॉ. संजय वाते प्राचार्य अग्रणी महाविद्यालय, श्री प्रदीप पाटीदार पॉलिटेक्निक कॉलेज जावरा, श्री इंदलसिंह पॉलिटेक्निक कॉलेज जावरा, डॉ. वर्षा कुरील जिला टीकाकरण अधिकारी ने प्रशिक्षण प्राप्‍त किया।
राज्‍य स्‍तरीय अधिकारियों प्रमुख सचिव उच्‍च शिक्षा श्री अनुपम राजन, प्रमुख सचिव तकनीकि शिक्षा श्री हितेन्‍द्र शुक्‍ला, राज्‍य टीकाकरण अधिकारी डॉ. संतोष शुक्‍ला, युनिसेफ से डॉ. वंदना भाटिया, डॉ. कपिल जादौन ने प्रशिक्षण प्रदान करते हुए बताया कि युवा शक्ति कोरोना से मुक्ति अभियान का शुभारंभ 18 जून से किया जाना है। अभियान के दौरान एक माह तक कार्यक्रम चलाया जाएगा। अभियान के अंतर्गत शासकीय कॉलेज के प्राध्‍यापक प्रशिक्षण प्राप्‍त करके विद्यार्थियों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए छोटे समूहों में प्रशिक्षित करेंगे। अभियान में मुख्‍य रूप से कॉलेज के विद्यार्थियों के माध्‍यम से कोविड अनूकुल व्‍यवहार परिवर्तन में सामाजिक सहभागिता सुनिश्चित करने पर बल दिया जाएगा तथा कोविड टीकाकरण के संबंध में व्‍याप्‍त भ्रांतियां दूर करते हुए टीकाकरण का कवरेज किया जाएगा।
प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए राज्‍य टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि एस. एम. एस. अर्थात सोशल डिस्‍टेंसिंग , मास्‍क , और सेनिटाईजेशन का पालन और सभी पात्र व्‍यक्तियों का टीकाकरण कोविड से बचाव का उपाय है। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कोविड 19 टीका सुरक्षित है और बीमारी से बचाव करता है। कोविड 19 टीका प्रभावी है और कोरोना से होने वाली संभावित मृत्‍यु दर में 95 प्रतिशत और भर्ती होने की दर में 86 प्रतिशत की कमी लाता है। स्‍पष्‍ट किया गया कि 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्‍यक्तियों का टीकाकरण किया जा सकता है। धात्री माताओं का टीकाकरण किया जा सकता है।
शहरी क्षेत्रों में कोविन एप के माध्‍यम से प्री बुकिंग कराकर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सीधे टीकाकरण कराया जा सकता है। दोनों डोज एक ही वैक्‍सीन के लगाए जाना आवश्‍यक है अर्थात वैक्‍सीन के प्रकार में दोनों डोज में बदलाव नहीं किया जा सकता है। कोविड संक्रमण से पीडित होने की दशा में ठीक होने के तीन माह बाद टीकाकरण कराया जा सकता है। प्रशिक्षण के दौरान हाथ धोने की सही विधि एवं मास्‍क लगाने के सही तरीके के बारे में विस्‍तार से जानकारी दी गई ।