नशा संस्कारों की होली चरित्र का पतन और धन की बर्बादी करता है-राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश

राजकोट (मनहर प्लॉट स्थानकवासी जैन संघ 30जुलाई 2021) । बुराई बीमारी और अपराध की जननी है नशा व्यसन रूपी कीड़े से मानव समाज बर्बाद हो रहा है । उक्त विचार राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश ने श्री मनोहर प्लाट जैन स्थानकवासी जैन संघ मे तपस्वी गौतम मुनि जी के आठ दिवसीय तप समारोह को संबोधित करते कहा कि नशा संस्कारों की होली चरित्र का पतन और धन की बर्बादी करता है।
उन्होंने कहा कि विश्व का कोई भी धर्म नशा अपने आने की इजाजत नहीं देता है । नशा और धार्मिकता में 36 का आंकड़ा है नशा मुक्त व्यक्ति धार्मिकता में प्रवेश कर सकता है।
मुनि कमलेश ने बताया कि आतंकवाद से भी नशा अनंत गुना ज्यादा खतरनाक है जो प्रतिवर्ष लाखों लोगों को अकाल मौत का शिकार बनाता है।
राष्ट्रसंत ने स्पष्ट कहा कि युवा पीढ़ी नशे में तबाह हो गई तो देश का भविष्य उज्जवल नहीं हो सकता सभी धर्म स्थानों को नशा मुक्ति प्रशिक्षण केंद्र के रूप में परिवर्तित कर देना चाहिए।
जैन संत नी कहा कि नशीली चीजों को डब्ल्यूएचओ ने स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया है उनके उत्पादन पर सरकार प्रतिबंध क्यों नहीं लगा देती है इनसे जितनी राजस्व की आय होती है उससे कई गुना ज्यादा अपराध नियंत्रण एक्सीडेंट और बीमारियों को ठीक करने में खर्च हो जाता है तपस्वी अरिहंत मुनि जी बेले बेले की तपस्या कर रहे हैं ।अक्षत मुनि ने मंगलाचरण किया, घनश्याम मुनि ने विचार व्यक्त किए।