प्रिय वियोग संतप्त को जो बहला दे मित्र वही है अश्रु बूँद की एक झलक से जो दहला दे मित्र वही है-अनिल धारीवाल

जावरा (अभय सुराणा ) । आर्शीवाद प्रदाता बुजुर्गो का कहना है जो दुःख में काम आए हर परिस्थिति में सहयोग करे जो मित्र की हर बात को समझ सके वही सच्चा मित्र होता है आप सभी मैत्री साथी उन्ही वरिष्ठ मित्रो में से आते हैं जो सुख दुख के सच्चे साथी है मित्रता कोई स्वार्थ नहीं बल्कि एक विश्वास है जहां सुख में हंसी मज़ाक से लेकर संकट में साथ देने की जिम्मेदारी होती है यहां झूठे वादे नहीं बल्कि सच्ची कोशिशें की जाती हैं तप्त हृदय को सरस स्नेह से जो सहला दे मित्र वही है रूखे मन को सराबोर कर जो नहला दे मित्र वही है प्रिय वियोग संतप्त चित्त को जो बहला दे मित्र वही है अश्रु बूँद की एक झलक से जो दहला दे मित्र वही है उक्त विचार जैन सोश्यल ग्रुप्स के अंतराष्ट्रीय सहसचिव व जेएसजी जावरा मैत्री के संस्थापक अध्यक्ष अनिल धारीवाल ने जैन सोश्यल ग्रुप जावरा मैत्री परिवार द्वारा आयोजित मित्रता दिवस एवं ग्रुप के चार्टर दिवस पर आयोजित पारिवारिक सभा एवं तोल मोल के बोल कार्यक्रम के दोरान कोठारी रिसोर्ट कही। स्वागत भाषण जेएसजी जावरा मैत्री के अध्यक्ष राजीव लुक्कड ने देते हुए सभी सदस्यों का शब्दों के माध्यम से स्वागत किया। उक्त जानकारी देते हुए जेएसजी जावरा मैत्री सचिव दीपक मेहता व प्रचार सचिव आकर्ष जैन ने बताया कि जेएसजी जावरा मैत्री द्वारा मित्रता दिवस व जेएसजी मैत्री चार्टर दिवस पर पारिवारिक सभा तोल मोल के बोल कार्यक्रम आयोजन के साथ की गई। कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण से श्रेया मेहता,आयुषी लुक्कड़,भव्या डोसी,कंगन जैन द्वारा की गई, तत्पश्चात जेएसजी फेडरेशन से प्राप्त चार्टर ग्रुप के पूर्वाध्यक्षो द्वारा वर्तमान पदाधिकारियों को भेट कर कार्यभार सोपते हुए चार्टर दिवस मनाया। पारिवारिक सभा में संगीत मय प्रस्तुति के साथ ही तोल मोल के बोल प्रतियोगिता जिसमें निर्णायक के रुप में जेएसजीआईएफ म. प्र. रीजन के कोषाध्यक्ष पंकज कांठेड़, रीजन के पूर्व कोषाध्यक्ष संदीप रांका एवं ग्रुप के उपाध्यक्ष राजेश पोखरना रहें जिन्होंने कार्यक्रम मे अपनी महती भुमिका निभाते हुए सटीक निर्णय लेकर आयोजन को रोमांचक बनाया कार्यक्रम का शानदार संचालन पुर्वा प्रतिक रुनवाल ने करते हुए आयोजन में समा बांध दिया। तोल मोल के बोल कार्यक्रम मे लक्की ड्रा के द्वारा चार चार दम्पत्ति साथियों के माध्यम से 25 ग्रुप बनाकर प्रत्येक ग्रुप को मंच पर बुलाकर प्रत्येक वस्तु की कीमत बुलवाई गई जिसमें जिसनें कीमत के आसपास की कीमत बताई उन्हें वह वस्तु प्रायोजक के हाथों से भेट की गई एवं 2 बंपर पुरुस्कार के साथ दो चांदी के सिक्के महिला पुरुष मे कामन रुप से भेट किये गये समस्त 25 से अधिक वस्तुए जेएसजी जावरा मैत्री ग्रुप के सदस्यों द्वारा उपलब्ध कराई गई साथ ही ग्रुप के सदस्यों द्वारा विगत 17 माह मे ग्रुप के सदस्य एवं उनके पारिवारिक सदस्य एवं जावरा नगर के वरिष्ठ समाजजनो को सामुहिक श्रद्धांजलि अर्पित की गई जिसमें संगीतकार डॉ. गोपाल पाटीदार द्वारा चिठ्ठी ना कोई संदेश ना जानें कोन सा देश का गीत गाकर साथियों को गमगीन कर दिया एवं दो मिनट का मोन रखकर सामुहिक श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम मे जेएसजी जावरा मैत्री के अध्यक्ष राजीव लुक्कड, पूर्व अध्यक्ष आशीष पोखरना, शशांक मेहता, मनीष मेहता,आलोक बरैया, अजय पटवा,मनीष पोखरना, अर्पल कोचट्टा, संदीप दसेडा, शरद डुंगरवाल, अंकुर जैन विकास सियार, वैभव ओस्तवाल,शैलेष श्रीश्रीमाल, मनीष पावेचा, पीयूष कांठेड़, अनुदिप कोठारी, गोरव कोठारी, गोरव सेठिया, संदीप श्रीमाल, पुखराज संचेती, नितीन भंडारी, अंशुल मुणत, अंशुल चपडोद, रवि लुणीया, रवि चत्तर, संदीप जैन, गोरव डोसी, आकाश मेहता, मनीष धारीवाल, महावीर धारीवाल, निलेश कांकरिया, पुखराज सुराणा, आशीष चत्तर, रूपेश सिसोदिया, राजीव लुहाडिया, अमित पोखरना ,अल्पेश कावडीया, संदीप चोरड़िया, पंकज जैन , अजय काठेड, अमित काठेड, पारस श्रीमाल, मनीष ओरा, यादवेन्द्र श्रीमाल, रितेश चोपड़ा, पंकज जैन(रिलायंस) ,रोहीत औरा, संजय डांगी,चिराग रुनवाल,गौरव ललवानी,सौरभ धारीवाल,रौनक लुक्कड़,अभिषेक ओरा,नितिन लुक्कड़,विशाल जैन, आशीष जैन,संजय भटेवरा,आशीष भटेवरा,अतुल कोचर,मोहित संचेती,पराग धारीवाल,विभोर जैन,संजय पटवा,शेखर माण्डोत, लोकेश कांठेड़,संतोष तलेसरा, अंशुल मेहता, चिराग चौरड़िया,आशूल पोखरना, राहुल छाजेड़,अभय कांठेड़,जितेश पगारिया,अभिषेक कोचट्टा,अंकित खेमेसरा, सौरभ कांठेड़,गौरव धोका,आशीष चपडोद आदि सदस्य उपस्थित थे अंत मे आभार जेएसजी जावरा मैत्री के पूर्वाध्यक्ष संदीप रांका ने व्यक्त करते हुए आयोजन मे उपस्थित सभी दम्पत्ति साथियों एवं सहयोगियों के सहयोग लिये कृतज्ञता व्यक्त की ।