भ्रांतियां आपसी मधुर रिश्ते में भी कड़वाहट घोल देती है – राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश

मूर्तिपूजक महासतीजी ने राष्ट्रसंत का आत्मीय अभिनंदन किया

केसरियाजी जैन तीर्थ 7 फरवरी 2022 । अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए परस्पर भ्रांतियां फैलाकर अपना उल्लू सीधा करने का प्रयास करता है वह धार्मिक तो क्या इंसान कहलाने का अधिकारी भी नहीं है उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने संबोधित करते कहा कि भ्रांति गम को पैदा करके गुमराह कर देती है।
उन्होंने कहा कि भ्रांतियों से अगले का नुकसान हो या ना हो परंतु स्वयं मानसिक हिंसा का शिकार होता है। मुनि कमलेश ने बताया कि भ्रांतियां आपसी मधुर रिश्ते में भी कड़वाहट घोल देती है असाध्य रोगों का शिकार बना देती है।
राष्ट्रसंत ने स्पष्ट कहा कि भ्रांति की बीमारी का इलाज डॉक्टर के पास भी नहीं है नहीं किसी एक्सरे में आती है। जैन संत ने बताया कि जब सत्य सामने आ जाता है तो भ्रांतियां फैलाने वाला सब की निगाह से गिर जाता है हमेशा के लिए अविश्वास का पात्र बन जाता है सच्चाई छुप नहीं सकती।
अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली जिला शाखा उदयपुर के उपाध्यक्ष श्री गणपत जी भंडारी, तरुण बापना भगवती लाल बागरेचा, सुनील बापना, राजेश बाफना महिला शाखा अनिता भंडारी, संध्या नाहर, ललिता बाफना, केसरिया जी सेवा में उपस्थित हुए । आगामी कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई गई । मूर्तिपूजक महासतीजी ने राष्ट्रसंत का आत्मीय अभिनंदन किया।