गीतकार हेमंत श्रीमाल के गीतों से महका फाग उत्सव

जावरा (अभय सुराणा) । गलियां- गोलियां रंग गुलाल कुमकुम केसर का त्यौहार भर भर लाया रे – की फागुन आया रे ।सुमधुर गीतकार हेमंत श्रीमाल उज्जैन में जब यह फागुन का गीत सुनाया तब समग्र मालवा फाग उत्सव काव्य गोष्ठी मैं उपस्थित कवि शायर और श्रोता झूम उठे।
समग्र मालवा के बैनर तले प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी श्री राम विद्या मंदिर मैं फाग उत्सव काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें कवियों ने होली पर अपनी रसीली कविताओं का वाचन कर काव्य गोष्ठी को ऊंचाइयां प्रदान की ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रख्यात गीतकार श्री हेमंत श्रीमाल एवं अध्यक्षता श्री मनोहर सिंह चौहान मधुकर ने की। अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित किया।
काव्य गोष्ठी में श्री हेमंत श्री माल ने त्रैमासिक पत्रिका जलमित्र समाचार के नवीन अंक का विमोचन किया। अतिथियों का स्वागत संस्था प्रमुख अभय कोठारी ,जगदीश उपमन्यु, मनोहर सिंह चौहान ,रमेश मनोहरा, रतन लाल उपाध्याय, राजेंद्र त्रिवेदी ,राजेंद्र सिंह सिसोदिया , गुलाम मोइनुद्दीन मोईन, फजल हयात, विजय जैन आदि ने किया।
काव्य गोष्ठी के प्रारंभ में पंडित रतन लाल उपाध्याय रत्नेश ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की एवं जल ही जीवन इसे बचाना अटल ग्राम का नारा है गीत प्रस्तुत किया, श्री ओम प्रकाश शिकारी ने होली बड़ी प्यारी लागे गीत सुनाया, श्री शुभम शर्मा ने संस्कृत में अपनी कविता का पाठ किया, श्री राजेंद्र त्रिवेदी ने होली पर अपनी रचना प्रस्तुत की ,श्री गुलाम मोइनुद्दीन महीने बिना मात्रा वाली छंद कविता पढ़कर नया प्रयोग किया, हास्य कवि विजय कुमार जैन ने “आ गया फागुन छा गया फागुन” के साथ हासृय व्यंग की क्षणीकाए प्रस्तुत कि, गजल कार श्री फलल हयात ने समसामयिक गीत एवं गजल प्रस्तुत की ।रमेश मनोहरा ने अपनी व्यंग रचनाएं प्रस्तुत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री मनोहर सिंह चौहान ने भी होली पर छंद सुनाया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं प्रख्यात गीतकार ने गीतकार श्री मंत्र श्रीमाल ने फागुन की रस रसिली क्षणीकाओ के साथ फागुन का गीत प्रस्तुत कर पूरे माहौल को फागुनी रंग से महकाया तो सभी झूम उठे दिया।
संस्थापक अभय कोठारी ने संस्था की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए श्री हेमंत श्री माल को प्रतीक चिन्ह भेंट किया ।कार्यक्रम का संचालन रमेश मनोहरा एवं आभार प्रदर्शन जगदीश उपमन्यु ने व्यक्त किया।