चित्तौड़गढ़ खातर महल 17 मार्च 2022 । परिवर्तन युग में परंपरा की दुहाई देकर कदम से कदम मिलाकर साथ नहीं चलता उसके विकास की गति रुक जाती है, वह पिछड़ जाता है । उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने संबोधित करते कहा कि सिद्धांत शाश्वत है उनकी रक्षा के लिए परंपराएं निर्मित होती है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र काल भाव को देखकर विवेक पूर्वक हानि लाभ को देख कर निर्णय लेता है वही सच्चा धर्म है।
मुनि कमलेश ने बताया कि क्रोध लोभ अहंकार ईर्ष्या दुर्गुणों से मुक्ति पाना होली पर्व पर मुख्य उद्देश्य है
राष्ट्रसंत ने आव्हान करते कहा उन्माद कट्टरता व्यसन और फैशन को जीवन से समाप्त करके प्रेम सद्भाव के रंगों में आत्मा को रंगने का संकल्प लें । उपप्रवर्तक डॉ. सुभाष मुनि जी म.सा. ने कहा कि आलोचना नहीं आदर्श प्रस्तुत करें सभी को उससे प्रेरणा मिले।
मुनि कमलेश के होली चातुर्मास के उपलक्ष में अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली महिला शाखा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती संगीता सुशील चीपड ने होड़ा चौराहा पर जैन दिवाकर के नाम पर माता पिता स्मृति में 15 लाख लगाकर विहार धाम बनाने संकल्प लिया श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ चित्तौड़गढ़ ने बेगू रोड के ऊपर विहार धाम के लिए करीब तीन लाख की राशि एकत्रित की दिवाकर मंच के राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष श्री संपत जी सकलेचा राजकोट का अभिनंदन किया गया घनश्याम मुनि गौतम मुनि ने विचार व्यक्त किए लोकेश मुनि ने मंगलाचरण किया जनता हैरान थी मुनि कमलेश की होली पर आने वाले का चातुर्मास नहीं माना जाएगा क्रांति से होली चातुर्मास पर बाहर का नहीं था 2022 का चातुर्मास मंदसौर संघ को पहले प्रदान कर दिया।