उपकारी को अनदेखा करके कितनी कठोर साधना कर ले धार्मिकता में प्रवेश नहीं हो सकता – राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश

भीलवाड़ा काशीपुरी शीतल स्वाध्याय भवन 30 मार्च 2022 । उपकारी को अनदेखा करके कितनी कठोर साधना कर ले धार्मिकता में प्रवेश नहीं हो सकता उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने महासती यस कंवर जी संबोधित करते कहा कि नमक हराम व्यक्ति की कोई जाति नहीं होती वह तो मानवता पर कलंक होता है
उन्होंने कहा कि उपकारी हमारे लिए परमात्मा से बढ़कर होता है उनके चरणों में सर्वस्व न्योछावर कर दें तो भी ऋण मुक्त नहीं हो सकते।
मुनि कमलेश ने बताया कि माता पिता गुरु और अभिभावक हमारे जीवन निर्माण में ऑक्सीजन से महत्वपूर्ण होते हैं । राष्ट्रसंत ने स्पष्ट कहा कि रोटी देश की खाते हैं गीत विदेश के गाते हैं ऐसे नमक हराम धर्म और मानवता के गद्दार हैं ।
जैन संत ने कहा कि पशु जिसका नमक लेता है उसकी रक्षा के लिए अपनी जान दांव पर लगा देता है उनसे हमको सबक लेना चाहिए महास ती मधुकवर जी महासती सुप्रभाजी ने विचार व्यक्त किए जयंती पर यस चालीसा का आयोजन हुआ 21 लकी ड्रा निकाले गए।