सरकार जल-वृक्ष की रक्षा के लिए चिंतित है फिर पशुओं के लिए क्यों नहीं ? – राष्ट्रसंत कमलमुनि कमलेश

मुरोली (चित्तौडग़ढ़ रोड़) 24 अप्रैल 2022 । भू माफिया की तरह घास माफिया भी सक्रिय होकर आतंक मचा रहे हैं सरकार कड़ी कार्रवाई करें। उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने संबोधित करते कहा कि काला बजारी करके अभी से रू. 2 किलो का गेहूं का सुखला रू. 12 किलो में नहीं मिल रहा है ।
उन्होंने कहा कि सरकार जल वृक्ष की रक्षा के लिए चिंतित है फिर पशु के लिए क्यों नहीं ? जमाखोरी के खिलाफ सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाए तो संत समाज खामोश नहीं रहेगी अहिंसात्मक आंदोलन किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी । मुनि कमलेश ने बताया कि बीपीएल में रू. 2 किलो अनाज इंसान को मिल सकता है तो पशु के लिए रू. 2 किलो में घास क्यों नहीं ।
राष्ट्रसंत ने स्पष्ट कहा कि शायद पशुओं को वोट डालने का अधिकार होता तो सरकार उनकी भी सुनती । जैन संत ने दुख के साथ कहां की प्रशासन बहरा और गूंगा बना हुआ हैजंगलराज छाया हुआ है कानून नाम की कोई चीज नजर नहीं आ रही है
पंचायत समिति प्रधान दिनेश जी ने कहा कि गौशालाओं मैं सस्ती दर पर घास मिले अनुरोध सरकार से करेंगे ष। तहसीलदार घनश्याम जी शर्मा ने कहा कि शर्मा ने कहा कि कहा कि पशु की रक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे उनकी सुविधा और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा । भवानी राम जैन, रतन लाल बाबेल, तनसुख जैन ने अतिथियों का स्वागत किया । महावीर सिंह भाटी, गोवर्धन शर्मा, मधु लाल तेली, प्रेम सिंह, रमेश शर्मा का अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली की ओर से मंजू नाहटा, संगीता चिपड़, सुशील चीपड़, प्रकाश नाहर, रेखा व्यास, पुष्पा जैन, पुष्पा नाहर गौ सेवा का लाभ लिया । मुनि कमलेश के 43 दीक्षा जयंती के उपलक्ष में समस्त महाजन ट्रस्ट मुंबई ने गोशाला के लिए रू.200000 राशि देने का संकल्प लिया । घनश्याम मुनि जी ने मंगलाचरण किया। गौतम मुनि जी ने विचार व्यक्त किए ।