म.प्र. डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन आपदा को बनाया अवसर

स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित किए जा रहे पीपीई कीट

रतलाम । म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन जिला रतलाम अन्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूहों द्वारा जिले में पीपीई किट का निर्माण प्रारम्भ किया है। कोरोना महामारी में सुरक्षा मास्क तैयार कर ग्राम स्तर पर वितरण कर आय अर्जित करने के पश्चात कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान की प्रेरणा एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री संदीप केरकेट्टा के मार्गदर्शन में आपदा को अवसर में परिवर्तित करते हुए समूहों द्वारा पीपीई किट तैयार करने का निर्णय लिया है एवं प्रारम्भिक प्रशिक्षण के बाद इनके द्वारा पीपीई किट तैयार करने का कार्य प्रारम्भ किया है।
वरिष्ठ स्तर से निर्देशों के उपरांत ग्राम स्तर पर समूह सदस्यों का प्रशिक्षण किया एवं सेम्पल के तौर पर किट तैयार किए गए जिसमें जम्प सूट, हेण्ड एण्ड माउथ केप, शू, कवर, ग्लब्स एवं मास्क आदि सामग्री सम्मिलित है जिसके प्रमाणीकरण हेतु जिला अस्पताल में क्वालिटी चैक कराया गया जिसमें सही गुणवत्ता प्रमाणीकरण किया गया, जिसके उपरांत समूह सदस्यों के द्वारा वर्तमान तक 300 किट तैयार किए जाकर पुलिस विभाग को प्रदाय किए गए हैं।
शिवगढ आजीविका ग्राम संगठन की अध्यक्ष श्रीमती सुनीता चौहान एवं राधाकृष्ण एवं जय लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह की सदस्य सलमा ने व महेन्द्र कुंवर तथा श्रीमती शांतिबाई सहित 10 महिलाओं के द्वारा सैलाना विकासखण्ड के ग्राम शिवगढ एवं ग्राम गुलबालोद में 3 समूहों के तीन सदस्यों रुक्मनबाई, राधाबाई एवं ममताबाई द्वारा पीपीई किट का निर्माण किया जा रहा है एवं भविष्य में और अधिक समूहों को इस कार्य से जोडा जाएगा। शासन द्वारा निर्धारित दरों के अनुसार इनको प्रति पीपीई किट निर्माण में 50 रुपए का अनुमानित शुद्ध लाभ मिलेगा।
समूहों द्वारा इसका कच्चा माल, कटिंग सहित पीथमपुर से मंगाकर कार्य किया जा रहा है। स्वयं सहायता समूह द्वारा पुलिस विभाग रतलाम एव मंदसौर को लगभग 2160 किट प्रदाय किए जाएंगे। इस कार्य से समूह सदस्यों की आमदनी में वृद्धि के साथ-साथ उनके आत्मविश्वास में भी बढोत्तरी हुई है व ग्रामीण भारत की आत्मनिर्भरता की बढते कदमों की शुरूआत हुई है।