पाली (राज.) । निर्दोष प्राणी को सताने वाला किसी राक्षस और शैतान से कम नहीं है उसका विश्व के किसी धर्म में प्रवेश नहीं है वह तो मानवता पर कलंक है उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने मरुधर केसरी नगर में व्यक्त करते हुए कहा कि जिस प्रकार केरल में हथिनी के साथ दरिंदों ने दुष्ट व्यवहार करके करके मौत के घाट उतारा उन पर कठोरतम कार्रवाई होनी चाहिए ।
मुनि कमलेश ने स्पष्ट कहा कि मानवाधिकार की भांति पशु अधिकार का भी गठन होना चाहिए उन हत्यारों को भी मानव हत्यारे के समान दंड का प्रावधान बनना चाहिए । जैन संत ने कहा कि हम किसी को बचा नहीं सकते तो मारने का कतई अधिकार नहीं है सभी जीना चाहते मरना कोई नहीं चाहता मारने वाले से बचाने वाला महान होता है । उन्होंने बताया कि इंसान की भांति पशुओं को भी वोट डालने का अधिकार होता तो शायद सरकार उनकी आवाज सुनती । राष्ट्रसंत ने कहा कि सताने वाले का कोई मजहब और धर्म नहीं नहीं होता है उनके द्वारा की गई साधना दान तीर्थ मुर्दे को शृंगार कराने के समान होता है । श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ मरुधर केसरी नगर मानपुरा भाकरी पाली के वरिष्ठ कार्यकर्ता ताराचंद जैन अरविंद पुनमिया जगदीश चंद लोढ़ा डगल चंद सालेचा ने नेमीचंद चोपड़ा के सानिध्य में हथिनी की आत्मा को श्रद्धांजलि समर्पित करते हुए इस घटना की सीबीआई से जांच कराने की मांग की घनश्याम मुनि अरिहंत मुनि धैर्य मुनि कौशल मुनि प्रशांत मुनि ने कोरोना वायरस मुक्ति के लिए महामंत्र भगवान का सामूहिक जाप कराया ।