आर्थिक तरक्की के लिए उत्साह के साथ नर्सरी कार्य से जुड़ी हैं समूह की महिलाएं

रतलाम । रतलाम जिले में महिलाओं के स्वयं सहायता समूह अपने आर्थिक उत्थान के लिए बुलंद हौसलों के साथ काम कर रहे हैं। महिलाएं अपने तथा अपने परिवार के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए मेहनत के साथ समूहों में जोड़कर विविध गतिविधियों में जुट गई हैं। सैलाना विकासखंड के ग्राम भेडली के जयभवानी संस्था समूह की महिलाओं को नर्सरी कार्य से जोड़ा गया है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित समूह की महिलाएं उत्साह के साथ शासकीय नर्सरी में पौधे तैयार करने का कार्य कर रही हैं।
समूह की गुड्डीबाई कहती हैं कि अपने परिवार के लिए हम महिलाएं कुछ करना चाहती हैं। शासन ने भी पहल करते हुए मेरे समूह की महिलाओं को नर्सरी में पौधे तैयार करने के कार्य से जोड़ा है। निश्चित रूप से आने वाले दिनों में हम लोग आर्थिक रूप से मजबूत हो सकेंगे। नर्सरी जिला उद्यानिकी विभाग की है जो काफी समय पहले स्थापित की गई थी। नर्सरी को भी अच्छे वर्करों की आवश्यकता थी और महिलाओं को भी आर्थिक मोर्चे पर कुछ कर गुजरने की जरूरत है, इसलिए महिला समूह को नर्सरी में पौधा तैयार करने के काम में जोड़ा गया। आजीविका मिशन के ग्राम संगठन द्वारा महिलाओं को लाभ के बारे में जानकारी दी गई। महिलाएं खुशी-खुशी पौधे तैयार करने के लिए आगे आई।
पौधों की बिक्री से नर्सरी को जो भी लाभ होगा उसका 50 प्रतिशत महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मिलेगा। समूह की 14 महिलाएं प्रतिदिन प्रातः 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक नर्सरी में पौधे तैयार करने के काम में जुटी रहती हैं। दिन भर में पौध बीज छोटी प्लास्टिक की थैलियों में भरने, मिट्टी तैयार करने, जरूरी उर्वरकों को निश्चित अनुपात में मिलाने से लेकर निंदाई-गुड़ाई तक के काम बड़ी मेहनत के साथ करती हैं।
महिला समूह को नर्सरी में काम करते हुए लगभग डेढ़ माह हो चुका है, समूह की सचिव शांतिबाई का कहना है कि यह महिलाएं पूरी मेहनत के साथ कार्य कर रही हैं, हमें जो उम्मीद है और शासन की जो मंशा है, उस अनुसार निश्चित रूप से आने वाले समय में महिलाओं को आर्थिक रूप से बड़े लाभ मिलेंगे, हम अपने परिवार की तरक्की में सहायक बनेंगी।