बच्चों को स्कूल से निकालने की शिकायत पर स्कूल के विरुद्ध एफआईआर कराने के निर्देश
रतलाम 21 मार्च 2023। जिला स्तरीय जनसुनवाई मंगलवार को संपन्न हुई। कलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जमुना भिड़े, एसडीएम श्री संजीव पांडे, श्री त्रिलोचन गौड़ ने जनसुनवाई की। इस अवसर पर 65 आवेदनों पर आवश्यक दिशा निर्देश संबंधित विभागों को जारी किए गए।
जनसुनवाई में सुतारों का वास निवासी शानू ने उसकी पुत्री को महर्षि ऋंगी विद्यापीठ स्कूल द्वारा फीस के अभाव में निकालने की शिकायत की। बताया कि निकालने के साथ ही स्कूल में बैठाया नहीं जा रहा है। परीक्षा और पढ़ाई से वंचित किया जा रहा है। प्रार्थी ने 5 हजार रुपए 18 जनवरी को जमा कर दिए है फिर भी बच्चों को स्कूल में नहीं बैठा रहे। कलेक्टर ने बच्चों को स्कूल से निकालने पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए स्कूल के विरुद्ध जिला शिक्षा अधिकारी को एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। इसी प्रकार हॉट रोड की छोटी बालिका अक्सा के स्कूल में एडमिशन के लिए भी कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी एवम डीपीसी को निर्देशित किया।
तहसील पिपलोदा के ग्राम हल्द्वानी की सोनीबाई बागरी ने आवेदन दिया कि उसके भूमि पर अन्य व्यक्तियों द्वारा कब्जा कर लिया गया है, उसकी भूमि वापस दिलवाई जाए। कलेक्टर ने दूरभाष पर एसडीएम जावरा को निर्देशित किया कि तत्काल राजस्व अधिकारी को भेजकर महिला को उसकी भूमि का कब्जा दिलवाए जाए।
भू अधिकार योजना में पट्टे प्रदान किए गये
जनसुनवाई में कलेक्टर श्री सूर्यवंशी द्वारा मुख्यमंत्री नगरीय भू अधिकार योजना के तहत नजूल भूमि के स्थाई पट्टे 2 हितग्राहियों को प्रदान किए गए। कलेक्टर ने अनीशा बी. निवासी सैलाना यार्ड तथा शरीफ खान को जनसुनवाई में ही पट्टा प्रदान किया।
जनसुनवाई में सेवानिवृत्त पंचायत समन्वयक श्री दिनेश कुमार पुष्कर द्वारा आवेदन दिया गया कि उनको जीपीएफ की राशि, बीमा राशि, अवकाश नकदीकरण तथा अन्य राशि अब तक अप्राप्त है उनसे संबंधित व्यक्ति द्वारा रिश्वत की मांग की गई है। कलेक्टर ने प्रकरण में जांच के लिए सीईओ जिला पंचायत को निर्देशित किया।
जनसुनवाई में 2 महिलाओं द्वारा ब्याजखोरी की शिकायत
जिला स्तरीय जनसुनवाई ने मंगलवार को कलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी के समक्ष शहर की दो महिलाओं सुनीता पति दिलीप एवं सपना पति सुदेश द्वारा शहर के एक अन्य व्यक्ति के संबंध में ब्याजखोरी की शिकायत की गई। महिला सुनीता ने बताया कि उसने बेटे की शादी में ठाकुरदास सतवानी से ढाई लाख रुपए लिए, चेक और एटीएम कार्ड गिरवी रखे। डेढ प्रतिशत ब्याज पर प्रति ब्याज महीने का 3750 रुपए आता है पर वह हमारे एटीएम से 10 हजार रुपए हर महीने निकालता था जिसका 3750 ब्याज और 6250 मूल में कटता था। कोरोना काल तक में उसने हमारे से रुपए लिए। अब हमने उससे पूछा कि कितने रुपए उतरे और कितने बाकी हैं तो वह कहता हैं अभी बहुत पैसा बाकी है, अभी मूल रुपया नहीं उतरा है और ज्यादा सवाल-जवाब करोगे तो तुम्हारा चेक लगाकर जेल भिजवा देंगे। सर हम बहुत गरीब हैं, आर्थिक स्थिति खराब है। हमें इस परिस्थिति से बाहर निकाला जाए।
इसी प्रकार सपना ने आवेदन दिया कि उसने बेटे बेटे की शादी में ठाकुरदास सतवानी से 3 लाख 40 हजार रुपए लिए। हमारे 6एटीएम कार्ड गिरवी रखकर डेढ प्रतिशत ब्याज पर जिसका ब्याज महीने का 500 आता है पर वह हमारे एटीएम से 15 हजार रुपए हर महीने निकालता था जिसका 5100 ब्याज और 9900 रुपए मूल में कटा। कोरोना कॉल तक में उसने हमारे से रुपए लिए और हमने उससे पूछा कि हमारे कितने रुपए उतरे, कितने बाकी हैं तो वह कहते हैं अभी बहुत पैसा बाकी है अभी मूल रुपया नहीं उतरा है और ज्यादा सवाल-जवाब करोगे तो तुम्हारा चेक लगाकर जेल भिजवा दूंगा। हम बहुत गरीब हैं, हमारी आर्थिक स्थिति खराब है इस परिस्थिति से हमें बाहर निकाले। महिलाओं के आवेदन पर कलेक्टर ने भगवानदास सतवानी को बुलवाया दोनों पक्षों की बात सुनी और अनियमितता की शंका होने पर प्रकरण जांच के लिए पुलिस को सुपुर्द किया है।