उज्जैन | श्रावण के दूसरे सोमवार पर भगवान महाकालेश्वर पालकी में चन्द्रमोलेश्वर रूप में तथा हाथी पर मनमहेश के स्वरूप में भ्रमण पर निकले। सवारी के निकलने के पूर्व सभामंडप में पूजन-अर्चन शासकीय पुजारी पं.घनश्याम शर्मा द्वारा संपन्न कराया गया। सर्व प्रथम भगवान श्री महाकालेश्वर का षोडशोपचार से पूजन-अर्चन किया गया। इसके पश्चात भगवान की आरती की गई। इस अवसर पर पूजन में कलेक्टर श्री आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री मनोज सिंह सपरिवार शामिल हुए। पूजन के पश्चात कंधा देकर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने पालकी को आगे बढ़ाया। भगवान महाकालेश्वर की सवारी कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर परिवर्तित मार्ग से निकाली गई। महाकालेश्वर मन्दिर से सवारी हरसिद्धि मन्दिर के सामने से होकर नृसिंह घाट पर झालरिया मठ होते हुए रामघाट पहुंची।
रामघाट पर भगवान महाकालेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन किया गया
जनप्रतिनिधि हुए शामिल
भगवान महाकालेश्वर की श्रावण मास की दूसरी सवारी कोरोना संक्रमण के कारण परिवर्तित मार्ग से रामघाट पहुंची। रामघाट पर पहुंचने के पश्चात भगवान महाकालेश्वर का मां शिप्रा के पवित्र जल से विधिवत पूजन-अर्चन किया गया। इसके बाद भगवान का विधि-विधान से पूजन व आरती की गई। इस दौरान सांसद श्री अनिल फिरोजिया, उज्जैन उत्तर के विधायक श्री पारस जैन, घट्टिया के विधायक श्री रामलाल मालवीय, बड़नगर के विधायक श्री मुरली मोरवाल, श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला, श्री विशाल राजौरिया एवं अन्य गणमान्य नागरिक भी मौजूद थे।
भगवान महाकाल का पूजन पुजारी पं.आशीष गुरू द्वारा सम्पन्न कराया गया। इस दौरान घाट के दूसरी तरफ दत्त अखाड़े की ओर से भी भगवान का पूजन-अर्चन किया गया। पूजन में पं.राजेश त्रिवेदी, पं.संजय जोशी, पं.विजय जोशी, पं.राहुल जोशी, पं.लोटा गुरू एवं अन्य आचार्य मौजूद थे। रामघाट पर प्रशासन द्वारा भगवान महाकालेश्वर की पालकी के स्वागत में आकर्षक रंगोली बनाई गई थी। घाट पर व्यवस्था और सोशल डिस्टेंसिंग के सुचारू रूप से संचालन के लिये पूरा प्रशासनिक अमला मौजूद था। इस दौरान संभागायुक्त श्री आनन्द कुमार शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश गुप्ता, डीआईजी श्री मनीष कपूरिया, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल, एडीएम श्रीमती बिदिशा मुखर्जी एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।
भगवान महाकालेश्वर के पूजन के पश्चात आरती की गई। इस दौरान पुलिस बैण्ड द्वारा “ओम जय शिव ओंकारा” के धुन बजाई गई। आरती के पश्चात भगवान महाकालेश्वर की सवारी परिवर्तित मार्ग से होती हुई हरसिद्धि मन्दिर मार्ग पहुंची। हरसिद्धि मन्दिर आगमन पर मन्दिर के पुजारियों द्वारा भगवान महाकालेश्वर की आरती की गई। इस दौरान श्रद्धालुओं द्वारा रंग, गुलाल उड़ाये गये तथा आतिशबाजी भी की गई। यहां से भगवान महाकाल की सवारी पुन: महाकालेश्वर मन्दिर पहुंची।