जावरा । श्री ऑल इंडिया श्वेतांबर स्थानक्वासी जैन कॉन्फ्रेंस एवं अ.भा. जैन दिवाकर संगठन समिति के वरिष्ठ मार्गदर्शक अभय सुराणा ने प्रधानमंत्री कार्यालय को एक पत्र लिखकर धन्यवाद दिया की नए संसद भवन में जो दो मूर्ति विराजमान की गई है वह जैन समाज के लिए गौरव की बात है। इसके साथ ही यह भी अनुरोध किया कि मूर्तियों को मान सम्मान के साथ रखा जाए।
इस संदर्भ में सुराणा ने सुझाव दिया कि मूर्ति को उच्च आसन पर विराजमान किया जाए एवं मूर्ति के पास में एक बोर्ड लगाया जाए जिसमें जैन धर्म के मूल सूत्र एवं जैन धर्म की संक्षिप्त जानकारी भी हो तथा मूर्ति के आसपास बैरिकेडिंग करना तथा मूर्ति को ग्लास पैनल्स से कवर किया जाए तो श्रेष्ठ रहेगा। इससे जैन धर्म से अनभिज्ञ लोगों द्वारा भूलवश भगवान की अविनय आशतना नहीं होगी।ओर मूर्ति केवल शोपीस बनकर न रह जाए एवं चप्पल जूते पहनकर पास खड़े होकर फोटो खिंचवाना से समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। इसलिए सुझावों को संज्ञान में लेने का अनुरोध किया गया है।
इसी संदर्भ में अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच महिला शाखा की राष्ट्रीय अध्यक्ष कल्पना मुथा जैन दिवाकर विचार मंच के संस्थापक अध्यक्ष मोतीलाल बाफना महामंत्री अभय श्रीमाल ,अ. भा.सो.बृ. त.त्रिस्तुतिक श्रीसंघ के राष्ट्रीय मंत्री अनिल चोपड़ा आईजा के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार हरण, आदि ने सुराणा के सुझाव का स्वागत करते हुए शीघ्र ही इस कार्य को प्राथमिकता से करने का अनुरोध किया है।